लखनऊ : भीषण गर्मी अघोषित बिजली कटौती व बलिया व गोरखपुर में गर्मी से हुई मौतों के विरोध में आम आदमी पार्टी (आप) ने गुरुवार को पूरे प्रदेश के जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन किया. लखनऊ जिला अध्यक्ष शेखर दीक्षित के नेतृत्व में शक्ति भवन पर विरोध प्रदर्शन किया गया. इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस में झड़प हुई. इसके बाद पुलिस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर ईको गार्डन ले गई. जहां से बाद में सभी को रिहा कर दिया गया.
आप नेताओं और पुलिस के बीच हुई नोकझोंक
प्रदर्शन के दौरान आम आदमी पार्टी के नेता हजरतगंज स्थित शक्ति भवन का घेराव करने पहुंचे थे. इस दौरान मुख्यालय की सुरक्षा के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात था. आम आदमी पार्टी के नेता शक्ति भवन के अंदर प्रवेश करने की मांग कर रहे थे. जिस पर पुलिस ने उन्हें गेट के बाहर ही रोक लिया. इस दौरान आम आदमी पार्टी के नेताओं व पुलिस के बीच जमकर नोकझोंक हुई. विवाद बढ़ने के बाद पुलिस नेताओं को पकड़कर ईको गार्डन ले गई.
प्रदर्शन कर रहे आप नेताओं का कहना था कि बेहद दुर्भाग्य है कि 21वीं सदी में लोगों को बिजली जैसी मूलभूत आवश्यकता की पूर्ति नहीं हो रही है. बिजली आपूर्ति न होने की वजह से गर्मी के कारण लोगों की मौत हुई है ये मौत नहीं हत्या है. लोगों की मौतों पर भाजपा के मंत्री संवेदनहीन बयान दे रहे हैं. दूसरी तरफ दिल्ली की केजरीवाल सरकार बिना कटौती 24 घंटे बिजली दिल्ली की जनता को उपलब्ध करा रही है. धरना प्रदर्शन में बालगोविंद वर्मा, नीरा सक्सेना, फकरुल इमाम, शहंशाह हुसैन, ज्ञान सिंह, जॉनी,अनिल जैन, संजय मिश्रा, नायब जैदी, मुकेश शुक्ला, अफताब अंसारी, पीके बाजपेयी, बी एन खरे, सुजीत सिंह, बबिता यादव, नीलम सिंह जसोदा मौर्य, दिनेश पांडे, विनय अरोरा सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे.
66 हजार बिजलीकर्मियों की कमी
आम आदमी पार्टी के नेताओं का कहना था कि प्रदेश में बिजली की डिमांड 27 हजार मेगावाॅट है. वहीं प्रदेश में कुल चार हजार मेगावाॅट बिजली का उत्पादन होता है. 23 हजार मेगावाट बिजली सरकार बाहर से खरीद रही है. राजधानी लखनऊ में कई क्षेत्रों में तीन घंटे के लिए बिजली कट रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में 10 से 12 घंटे तक कटौती की जा रही है. इसके अलावा बिजली व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए बिजली विभाग के पास में पर्याप्त कर्मचारी भी नहीं है. बिजली विभाग में वर्तमान में एक लाख कर्मचारियों की जरूरत है, लेकिन महज 34 हजार कर्मचारी बिजली विभाग के पास हैं. 66 हजार बिजली कर्मचारियों की कमी है. जिसकी वजह से विभाग ठीक से काम नहीं कर पा रहा है.
सुल्तानपुर में डीएम कार्यालय के सामने प्रदर्शन
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट में डीएम कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मुर्दाबाद के नारे लगाए. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि भ्रष्टाचार ऊपर से नीचे तक फैला हुआ है. बिजली विभाग में संविदा कर्मचारियों पर सारी जिम्मेदारी डाल दी गई है. संविदा कर्मी दो जून की रोटी के लिए खंभों पर चढ़ते हैं और उनकी मौत हो जाती है. इसके बाद उनको कोई पूछने वाला नहीं होता है. सरकार इस ओर कतई ध्यान नहीं दे रही है. शहर और ग्रामीण क्षेत्र के बिजली केंद्रों पर धड़ल्ले से अवैध वसूली हो रही है. उपभोक्ताओं की समस्या कोई अधिकारी और कर्मचारी सुनने वाला नहीं है.
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