लखनऊः बदायूं जिले में महिला से दुष्कर्म व हत्या के मामले में तमाम स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. गुरुवार को आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी अनेक जिलों में विरोध प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौंपा. तमाम स्थानों पर बलात्कारियों को फांसी दो के पोस्टर लहराए और नारेबाजी की.
वाराणसी में सौंपा ज्ञापन
वाराणसी में जिला मुख्यालय पर आम आदमी के पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जिला अध्यक्ष कैलाश पटेल के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया. जिलाधिकारी वाराणसी के माध्यम से राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा. कार्यकर्ताओं ने हाथों में पोस्टर लिए मुख्यालय पर प्रदर्शन किया. "बलात्कारियों को फांसी दो" लिखे पोस्टर लेकर नारेबाजी की. प्रदर्शन में शामिल दिल्ली से आम आदमी पार्टी के सुल्तानपुरी क्षेत्र के विधायक मुकेश अहलावत ने कहा कि बदायूं जिले में हुई महिला के साथ बलात्कार के बाद निर्मम हत्या ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा किया है. योगी आदित्यनाथ की सरकार में बलात्कारियों और अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. पूजा स्थलों पर भी महिला सुरक्षित नहीं हैं.
चंदौली में पुलिस पर उठाए सवाल
चंदौली जिले में भी कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया. मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने के संबंध में राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन एडीएम को सौंपा. आम आदमी पार्टी के प्रदेश सचिव देवकान्त वर्मा ने कहा कि बदायूं की घटना सरकार की साख पर सवाल खड़े करती है. वहीं, आप नेता संतोष पाठक ने कहा कि इस जघन्यतम घटना के बाद जिस तरीके से बदायूं पुलिस 2 दिन तक मामला छिपाए रही, परिजनों के शिकायत के बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं किया गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया. यह पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है. वहीं, आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष कला प्रसाद सोनकर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में इस तरह घटनाएं की लगातार सामने आ रही हैं.
बहराइच में भी जताया रोष
बहराइच में भी जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा. आम आदमी पार्टी की जिलाध्यक्ष संतोष कुमारी ने बताया कि बदायूं जिले में एक 50 वर्षीय महिला के साथ रेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई है. उन्होंने कहा कि यह घटना कुछ निर्भया कांड की तरह है. इस तरह के मामले में योगी सरकार की पुलिस लीपापोती करती है. उन्होंने कहा कि 44 घंटे हो गए लेकिन पुलिस ने ना तो उस लापता महिला मिसिंग की FIR नही दर्ज की. पुलिस ने उस मामले पर लीपा पोती करने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि जब उस महिला का पता चल गया तो पुलिस कहती है कि ऐसे ही आप इनका क्रिया कर्म कर दीजिए क्योंकि इनका शरीर खराब हो रहा है. उन्होंने मांग की कि इस मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट से तुरंत जांचकर त्वरित न्याय मिले फिर चाहे वह मंदिर का पुजारी ही क्यों न हो. उन्होंने कहा कि हम आरोपी के विरुद्ध फांसी की मांग करते हैं. लापरवाही बरतने वाले थानाध्यक्ष को सिर्फ सस्पेंड किया गया है. उनके ऊपर भी कठोर कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि योगी सरकार की बर्खास्तगी की भी मांग हम करते हैं.