लखनऊ: बिजली के दामों में बेतहाशा बढ़ोतरी करने की तैयारी कर रही केंद्र सरकार के खिलाफ आम आदमी पार्टी (आप) ने बड़े स्तर पर आंदोलन चलाने की घोषणा की है. आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार द्वारा विद्युत उपभोक्ता अधिकार 2020 में संशोधन के विरोध में 26 जून से 1 जुलाई तक पूरे 1 सप्ताह बत्ती गुल अभियान आयोजित करेगी. यह जानकारी आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने रविवार को पत्रकार वार्ता में दी.
राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि यह काला कानून है और आम आदमी पार्टी इस कानून का विरोध करती है. पार्टी इस कानून को किसी भी हालत में लागू नहीं होने देगी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार विद्युत उपभोक्ता अधिकार अधिनियम 2020 में संशोधन कर दिन की बिजली का रेट अलग और रात की बिजली का रेट अलग-अलग करने करने की तैयारी कर रही है. इस कानून के लागू होने से रात में बिजली उपभोग की दरों में 20 प्रतिशत बढ़ोतरी हो जाएगी. उन्होंने कहा कि लोग अपने घरों में सोने के लिए एसी, कूलर और पंखों का इस्तेमाल कर 70% बिजली का उपयोग रात में ही करते हैं. अगर यह कानून देश में लागू हो गया तो सबसे ज्यादा असर घरेलू उपभोक्ताओं पर पड़ेगा.
सांसद संजय सिंह ने कहा कि 2 जुलाई को पूरे यूपी में लालटेन जुलूस निकलेगा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दावा है कि पूरे उत्तर प्रदेश में 24 घंटे बिजली की सप्लाई हो रही है. जबकि सच्चाई यह है कि प्रदेश में 10 से 12 घंटे तक अघोषित बिजली कटौती लगातार जारी है. बीते 10 सालों से बिजली उपकरण बदले नहीं गए हैं. हालात इतने खराब हो गए हैं कि गांव कस्बों में अगर ट्रांसफार्मर फूक जा रहे हैं तो वह एक 1 सप्ताह तक बदले नहीं जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार के दावों को गलत साबित करने के लिए आम आदमी पार्टी 26 जून से 1 जुलाई तक 'बिजली खोजो अभियान' चलाएगी. इसके बाद 2 जुलाई को पूरे उत्तर प्रदेश में 'लालटेन जुलूस' निकाला जाएगा.
इस अभियान के तहत पार्टी के कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों से अपील करेंगे की बत्ती गुल का वीडियो बनाएं और मुख्यमंत्री, मंत्री विधायकों को सोशल मीडिया पर टैग कर सरकार को आइना दिखाए. प्रभारी संजय सिंह ने जनता से अपील की है कि बिजली कटौती का वीडियो ट्विटर, फेसबुक, व्हाट्सएप मोबाइल नं. 8382928009 पर भेजें, जिससे आम आदमी पार्टी अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से सरकार की झूठी बयानबाजी को जनता के सामने ला सके. संजय सिंह ने केंद्र व उत्तर प्रदेश की सरकारों को दिल्ली की अरविंद केजरीवाल की सरकार से सबक लेने का सुझाव दिया है. मोदी योगी के झगड़े का खामियाजा उत्तर प्रदेश की जनता भुगत रही है.