लखनऊ : छात्रवृत्ति योजनाओं में पारदर्शिता लाने और भ्रष्टाचार की संभावना को समाप्त करने के लिए समाज कल्याण विभाग ने महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुरूप समाज कल्याण विभाग छात्रवृत्ति पाने वाले विद्यार्थियों की उपस्थिति को आधार से लिंक करने की प्रक्रिया स्कूल और काॅलेजों में जल्द शुरू करेगा. इसके लिए समाज कल्याण विभाग के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण (Minister of State Aseem Arun) और अधिकारियों की बैठक गुरुवार को हुई. जिसमें निर्णय लिया गया कि विद्यार्थियों की उपस्थिति को आधार से लिंक करने की प्रक्रिया को चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा.
समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण (Minister of State Aseem Arun) ने बताया कि केंद्र सरकार ने छात्रवृत्ति के लिए विद्यार्थियों की उपस्थिति का जो मानक निर्धारित किया है, उसका पालन किया जाएगा. आधार बेस बायोमेट्रिक उपस्थिति को लागू होने के बाद केंद्र सरकार के मानक पूरा करने वाले विद्यार्थियों को आसानी से छात्रवृत्ति मिल सकेगी. इसको चरणबद्ध तरीके से प्रदेश भर के स्कूलों और काॅलेजों में लागू किया जाएगा. इस प्रणाली के बाद जहां विद्यार्थियों को सुगमता से छात्रवृत्ति मिल सकेगी.
बैठक में आधार की तरफ से उप महानिदेशक प्रशांत कुमार सिंह, उप महानिदेशक मुख्यालय नई दिल्ली से विदुषी चतुर्वेदी, निदेशक क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ नील जैन, प्रबंधक श्रीट्रोन एपी पवार, संयुक्त निदेशक समाज कल्याण आरके सिंह, सहायक निदेशक सिद्धार्थ मिश्रा, जिला समाज कल्याण अधिकारी शिवम सागर उपस्थित रहे.
यह भी पढ़ें : 16 देशों से यूपी को मिले 7 लाख 12 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव, विदेश से लौटी टीम यूपी ने बताए अनुभव