जौनपुर: देश के प्रधानमंत्री ने तीसरे लॉकडाउन के दौरान ही 12 मई को एक बड़े पैकेज का ऐलान किया तो वहीं आत्मनिर्भर भारत बनाने की बात भी कही. इसके पीछे की वजह यह कि प्रवासी मजदूरों का जिस तरीके से पलायन हो रहा है, ऐसे में बड़ी संख्या में बेरोजगारी की समस्या बढ़ गई है.
प्रधानमंत्री की प्रेरणा से जौनपुर के कलीचाबाद के रहने वाले महेन्द्र ने प्रेरित होकर गांव की 30 महिलाओं को सिलाई मशीन बांटकर पहल की शुरूआत कर दी. गांव में महिलाओं को सिलाई मशीन के द्वारा आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास शुरू हुआ है.
इस दौर में महिलाएं सिलाई मशीन से मास्क और दूसरों के कपड़े सिलकर आत्मनिर्भर बन सकेंगी और घर का खर्च भी चला सकेंगी. महिलाएं भी सिलाई मशीन पाकर काफी खुश दिखाई दीं और उन्होंने कहा इस लॉकडाउन के दौरान इसका पूरा फायदा उठाने की बात भी कही.
बड़ी संख्या में लॉकडाउन का दंश झेल रहे मजदूरों का पलायन अब अपने घरों की तरफ हो रहा है. इन दिनों ट्रेन से लेकर सड़कों तक केवल पलायन का दौर चल रहा है. ऐसे में कोरोना के मरीजो की संख्या भी बढ़ रही है .
सिलाई मशीन पाकर खुश दिखी महिलाओं का कहना है कि इस सिलाई मशीन से वे मास्क और कपड़े सिलकर आत्मनिर्भर बनने का प्रयास करेंगी. महिलाओं ने आगे कहा कि आत्मनिर्भर बनने के लिए सिलाई मशीन उनके लिए एक बढ़िया साधन है और इससे वे इस लॉकडाउन के दौर में घर का खर्च चलाने के लिए पैसे भी कमा सकती हैं.
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प्रधानमंत्री से प्रेरित होकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए यह कदम उठाया है और उनके लिए सिलाई मशीन आत्मनिर्भर बनने के लिए काफी सहायक होगी. मैंने इसीलिए 30 महिलाओं को सिलाई मशीन बांटी है.
महेंद्र, सिलाई मशीन वितरक