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लखनऊ: एक्सप्रेस-वे पर न हों दुर्घटनाएं, इसलिए अब चलेंगी सिर्फ 'ए' क्लास बसें - लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे

उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम प्रशासन ने लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे मार्ग पर होने वाली दुर्घटनाओं के प्रभावी रोकथाम के लिए नया एसओपी जारी किया गया है. परिवहन निगम के एमडी राजशेखर ने बताया कि एक्सप्रेस-वे पर संचालित बसों में उन परिचालकों की तैनाती की जाएगी, जो संचालन अवधि में सजग रहते हों.

चलेंगी सिर्फ 'ए' क्लास बसें
चलेंगी सिर्फ 'ए' क्लास बसें
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Published : Jul 30, 2020, 10:14 AM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम प्रशासन ने लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे मार्ग पर होने वाली दुर्घटनाओं के प्रभावी रोकथाम के लिए नया एसओपी जारी किया गया है. परिवहन निगम के प्रबन्ध निदेशक डॉ. राजशेखर ने बताया कि एक्सप्रेस-वे पर परिवहन निगम ने 'ए' श्रेणी की बसें ही इस मार्ग पर संचालित करने का फैसला लिया है.

एक्सप्रेस-वे मार्ग पर संचालित बसों में ऐसे चालकों की ड्यूटी लगाई जाएगी, जिनका पिछले वर्षों का संचालन एवं सुरक्षित संचालन का रिकॉर्ड अच्छा रहा हो. इसके अलावा यात्रियों के प्रति उनका व्यवहार मधुर रहा हो. परिवहन निगम के एमडी राजशेखर ने बताया कि एक्सप्रेस-वे पर संचालित बसों में उन परिचालकों की तैनाती की जाएगी, जो संचालन अवधि में सजग रहते हों.

आंकड़े इकट्ठा करेगा विभाग
एक्सप्रेस-वे पर संचालित बसों की ओवर स्पीडिंग और दुर्घटनाओं का मासिक डेटा यूपीडा और यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण से प्राप्त कर उसका अध्ययन किया जाएगा. इसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि यूपीडा की तरफ से दिए गए सुझाव पर लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर संचालित सभी बसें लखनऊ से प्रथम टोल प्लाजा के बाद मार्ग पर सड़क के किनारे स्थित सुविधाजनक केंद्र, प्रत्येक 200 किलोमीटर के बाद 10 मिनट के लिए यात्रियों को प्रसाधन और अल्पहार के लिए रुकेंगी.

सुरक्षा के लिए की जाएंगी तैयारियां
यह व्यवस्था आगरा से वापस लखनऊ आने वाले सेवाओं पर भी लागू होगी. प्रबंध निदेशक के मुताबिक लखनऊ-आगरा व आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर राउंड द क्लॉक फ्लाइंग स्क्वायड की निगरानी के लिए तैनाती की जाएगी. लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर परिवहन निगम की संचालित बसों से पिछले तीन वर्षों में घटित दुर्घटनाओं के स्थलीय निरीक्षण के बाद कारणों की सूचना का अध्ययन और फील्ड के अधिकारियों से परामर्श ली गई. मुख्यालय स्तर पर दुर्घटनाओं के निगरानी के लिए प्रधान प्रबन्धक स्तर के अधिकारी की अध्यक्षता में Accident Prevention Cell का गठन किया गया है.

अच्छी क्वालिटी की बसें होंगी संचालित
परिवहन निगम प्रशासन की इन तैयारियों के बाद अब एक्सप्रेस-वे पर बसों से होने वाली दुर्घटनाएं कम होने की उम्मीद है. अभी तक तमाम ऐसी बड़ी दुर्घटनाएं एक्सप्रेस-वे पर गठित हो चुकी हैं, जिनमें तमाम लोग मौत के मुंह में समा चुके हैं. अब परिवहन निगम इन दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं चाहता है. इसलिए अच्छी क्वालिटी की बसें ही एक्सप्रेस-वे पर संचालित करने की व्यवस्था कर रहा है.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम प्रशासन ने लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे मार्ग पर होने वाली दुर्घटनाओं के प्रभावी रोकथाम के लिए नया एसओपी जारी किया गया है. परिवहन निगम के प्रबन्ध निदेशक डॉ. राजशेखर ने बताया कि एक्सप्रेस-वे पर परिवहन निगम ने 'ए' श्रेणी की बसें ही इस मार्ग पर संचालित करने का फैसला लिया है.

एक्सप्रेस-वे मार्ग पर संचालित बसों में ऐसे चालकों की ड्यूटी लगाई जाएगी, जिनका पिछले वर्षों का संचालन एवं सुरक्षित संचालन का रिकॉर्ड अच्छा रहा हो. इसके अलावा यात्रियों के प्रति उनका व्यवहार मधुर रहा हो. परिवहन निगम के एमडी राजशेखर ने बताया कि एक्सप्रेस-वे पर संचालित बसों में उन परिचालकों की तैनाती की जाएगी, जो संचालन अवधि में सजग रहते हों.

आंकड़े इकट्ठा करेगा विभाग
एक्सप्रेस-वे पर संचालित बसों की ओवर स्पीडिंग और दुर्घटनाओं का मासिक डेटा यूपीडा और यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण से प्राप्त कर उसका अध्ययन किया जाएगा. इसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि यूपीडा की तरफ से दिए गए सुझाव पर लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर संचालित सभी बसें लखनऊ से प्रथम टोल प्लाजा के बाद मार्ग पर सड़क के किनारे स्थित सुविधाजनक केंद्र, प्रत्येक 200 किलोमीटर के बाद 10 मिनट के लिए यात्रियों को प्रसाधन और अल्पहार के लिए रुकेंगी.

सुरक्षा के लिए की जाएंगी तैयारियां
यह व्यवस्था आगरा से वापस लखनऊ आने वाले सेवाओं पर भी लागू होगी. प्रबंध निदेशक के मुताबिक लखनऊ-आगरा व आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर राउंड द क्लॉक फ्लाइंग स्क्वायड की निगरानी के लिए तैनाती की जाएगी. लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर परिवहन निगम की संचालित बसों से पिछले तीन वर्षों में घटित दुर्घटनाओं के स्थलीय निरीक्षण के बाद कारणों की सूचना का अध्ययन और फील्ड के अधिकारियों से परामर्श ली गई. मुख्यालय स्तर पर दुर्घटनाओं के निगरानी के लिए प्रधान प्रबन्धक स्तर के अधिकारी की अध्यक्षता में Accident Prevention Cell का गठन किया गया है.

अच्छी क्वालिटी की बसें होंगी संचालित
परिवहन निगम प्रशासन की इन तैयारियों के बाद अब एक्सप्रेस-वे पर बसों से होने वाली दुर्घटनाएं कम होने की उम्मीद है. अभी तक तमाम ऐसी बड़ी दुर्घटनाएं एक्सप्रेस-वे पर गठित हो चुकी हैं, जिनमें तमाम लोग मौत के मुंह में समा चुके हैं. अब परिवहन निगम इन दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं चाहता है. इसलिए अच्छी क्वालिटी की बसें ही एक्सप्रेस-वे पर संचालित करने की व्यवस्था कर रहा है.

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