ETV Bharat / state

बच्चे को लेकर अस्पतालों में भटकते रहे परिजन, एंबुलेंस में मौत

author img

By

Published : May 26, 2022, 10:24 PM IST

एसजीपीजीआई में ओपीडी में दिखाने आए बच्चे की तबीयत बिगड़ गई. लेकिन अस्पताल में बच्चे को भर्ती नहीं किया गया. यहां से उसे लोहिया संस्थान भेज दिया गया. बिना वेंटीलेटर सपोर्ट एम्बुलेंस से भेजने पर बच्चे की रास्ते में ही मौत हो गई.

etv bharat
एसजीपीजीआई

लखनऊ: एसजीपीजीआई में ओपीडी में दिखाने आए बच्चे की तबीयत बिगड़ गई. लेकिन अस्पताल में बच्चे को भर्ती नहीं किया गया. यहां से उसे लोहिया संस्थान भेज दिया गया. लोहिया संस्थान डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज कर ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया. बिना वेंटीलेटर सपोर्ट एम्बुलेंस से भेजने पर बच्चे की रास्ते में ही मौत हो गई. बच्चे के पिता का आरोप है पीजीआई-लोहिया संस्थान की लापरवाही से उनके बच्चे की जान गई है.

दरअसल, बिहार निवासी विनोद कुमार के बेटे यशस्वी(11) का एसपीजीआई से इलाज चल रहा था. उसे कई दिनों से बुखार आ रहा था. प्लेटलेट्स भी कम हो गईं थी. ऐसे में गुरुवार को परिजन बच्चे को लेकर ओपीडी में दिखाने पहुंचे. एसजीपीजीआई की ओपीडी में बच्चा अचानक बेहोश हो गया. ऐसे में परिजनों ने संस्थान में भर्ती के लिए काफी फरियाद की. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.

पढ़ेंः डॉक्टर ने की दस हजार रुपये की मांग तो रूक गया वेतन, ड्यूटी से भी धोया हाथ

डॉक्टरों ने बच्चे को लोहिया ले जाने की सलाह देकर मामले को टरका दिया गया. परिजन सुबह करीब 11 बजे लोहिया संस्थान की इमरजेंसी पहुंचे. वहां पर डॉक्टरों ने इमरजेंसी में उसका सीटी स्कैन कराया. इमरजेंसी में प्राथमिक इलाज के बाद करीब एक बजे बच्चे को वेंटीलेटर की जरूरत बताकर ट्रॉमा सेंटर भेज दिया. ट्रॉमा सेंटर पहुंचने से पहले ही बच्चे ने रास्ते में दम तोड़ दिया. ट्रॉमा सेंटर के डॉक्टरों ने एंबुलेंस में बच्चे की जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. पिता विनोद का आरोप है पीजीआई-लोहिया संस्थान की लापरवाही से उनके बच्चे की जान गई है. वह इलाज न मिलने की शिकायत सीएम योगी आदित्यनाथ से करेंगे.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

लखनऊ: एसजीपीजीआई में ओपीडी में दिखाने आए बच्चे की तबीयत बिगड़ गई. लेकिन अस्पताल में बच्चे को भर्ती नहीं किया गया. यहां से उसे लोहिया संस्थान भेज दिया गया. लोहिया संस्थान डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज कर ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया. बिना वेंटीलेटर सपोर्ट एम्बुलेंस से भेजने पर बच्चे की रास्ते में ही मौत हो गई. बच्चे के पिता का आरोप है पीजीआई-लोहिया संस्थान की लापरवाही से उनके बच्चे की जान गई है.

दरअसल, बिहार निवासी विनोद कुमार के बेटे यशस्वी(11) का एसपीजीआई से इलाज चल रहा था. उसे कई दिनों से बुखार आ रहा था. प्लेटलेट्स भी कम हो गईं थी. ऐसे में गुरुवार को परिजन बच्चे को लेकर ओपीडी में दिखाने पहुंचे. एसजीपीजीआई की ओपीडी में बच्चा अचानक बेहोश हो गया. ऐसे में परिजनों ने संस्थान में भर्ती के लिए काफी फरियाद की. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.

पढ़ेंः डॉक्टर ने की दस हजार रुपये की मांग तो रूक गया वेतन, ड्यूटी से भी धोया हाथ

डॉक्टरों ने बच्चे को लोहिया ले जाने की सलाह देकर मामले को टरका दिया गया. परिजन सुबह करीब 11 बजे लोहिया संस्थान की इमरजेंसी पहुंचे. वहां पर डॉक्टरों ने इमरजेंसी में उसका सीटी स्कैन कराया. इमरजेंसी में प्राथमिक इलाज के बाद करीब एक बजे बच्चे को वेंटीलेटर की जरूरत बताकर ट्रॉमा सेंटर भेज दिया. ट्रॉमा सेंटर पहुंचने से पहले ही बच्चे ने रास्ते में दम तोड़ दिया. ट्रॉमा सेंटर के डॉक्टरों ने एंबुलेंस में बच्चे की जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. पिता विनोद का आरोप है पीजीआई-लोहिया संस्थान की लापरवाही से उनके बच्चे की जान गई है. वह इलाज न मिलने की शिकायत सीएम योगी आदित्यनाथ से करेंगे.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.