लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए नाइट कर्फ्यू की घोषणा कर दी गई है. 25 दिसंबर की रात से यह लागू हो रहा है. इसके अलावा प्रदेश के 95 प्रतिशत निजी स्कूल बंद कर दिए गए हैं. ज्यादातर स्कूलों में 10 से 15 दिन की छुट्टी है. अनएडेड प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार को मौजूदा हालात देखते हुए सरकारी स्कूलों में भी शीतकालीन अवकाश की घोषणा कर देनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि इससे कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने में काफी मदद मिल सकेगी. प्रदेश के निजी स्कूलों में पहले ही अवकाश घोषित किया जा चुका है. छोटी कक्षाओं में इस सप्ताह की शुरुआत में और बड़ी कक्षाएं शुक्रवार यानी 24 दिसबंर से बंद हो गई हैं.
ये हैं स्थितियां
- लखनऊ समेत प्रदेश के 95 प्रतिशत निजी स्कूल इस समय तक बंद हो चुके हैं. अमूमन 10 से 15 दिन तक छुट्टी है.
- राजकीय माध्यमिक विद्यालय में शीतकालीन अवकाश की कोई व्यवस्था नहीं है. 25 दिसम्बर को क्रिसमस के अवकाश पर स्कूल बंद रहेंगे. सोमवार से नियमित कक्षाएं शुरू हो जाएंगी.
- बेसिक शिक्षा परिषद ने पहली बार शीतकालीन अवकाश की व्यवस्था शुरू की है. इसके तहत 31 दिसम्बर से 14 जनवरी तक सरकारी प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों को बंद किया जा रहा है.
स्कूलों में संक्रमण का खतरा
बीते कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश में संक्रमण के मामले बढ़े हैं. मैनपुरी के सैनिक स्कूल में बीते दिनों पांच बच्चे कोरोना संक्रमित पाए गए थे. बीते दिनों संक्रमण के मामलों को देखते हुए न्यायालय तक ने सरकार को इस संबंध में सलाह दी है.
एकेटीयू ऑफलाइन परीक्षा पर अड़ा
एक तरफ कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए सरकार पार्टी में लोगों की उपस्थिति तक को सीमित करने में लगी है. वहीं, दूसरी ओर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय प्रशासन ऑफलाइन सेमेस्टर परीक्षाएं कराने पर अड़ा है. विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षाएं आगामी 28 दिसम्बर से शुरू होने जा रही है. छात्र बढ़ते संक्रमण का हवाला देते हुए परीक्षाएं ऑनलाइन कराने की मांग कर रहे हैं. उनकी तरफ से धरना प्रदर्शन तक किया जा रहा है, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ऑफलाइन परीक्षाओं पर ही अड़ा हुआ है.
कोरोना संक्रमणः "यूपी में 95 प्रतिशत निजी स्कूल हुए बंद, सरकारी में भी छुट्टी घोषित करे सरकार"
बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर उत्तर प्रदेश में नाइट कर्फ्यू की घोषणा कर दी गई है. वहीं प्रदेश के 95 प्रतिशत निजी स्कूल बंद कर दिए गए हैं. ज्यादातर स्कूलों में 10 से 15 दिन की छुट्टी है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए नाइट कर्फ्यू की घोषणा कर दी गई है. 25 दिसंबर की रात से यह लागू हो रहा है. इसके अलावा प्रदेश के 95 प्रतिशत निजी स्कूल बंद कर दिए गए हैं. ज्यादातर स्कूलों में 10 से 15 दिन की छुट्टी है. अनएडेड प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार को मौजूदा हालात देखते हुए सरकारी स्कूलों में भी शीतकालीन अवकाश की घोषणा कर देनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि इससे कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने में काफी मदद मिल सकेगी. प्रदेश के निजी स्कूलों में पहले ही अवकाश घोषित किया जा चुका है. छोटी कक्षाओं में इस सप्ताह की शुरुआत में और बड़ी कक्षाएं शुक्रवार यानी 24 दिसबंर से बंद हो गई हैं.
ये हैं स्थितियां
- लखनऊ समेत प्रदेश के 95 प्रतिशत निजी स्कूल इस समय तक बंद हो चुके हैं. अमूमन 10 से 15 दिन तक छुट्टी है.
- राजकीय माध्यमिक विद्यालय में शीतकालीन अवकाश की कोई व्यवस्था नहीं है. 25 दिसम्बर को क्रिसमस के अवकाश पर स्कूल बंद रहेंगे. सोमवार से नियमित कक्षाएं शुरू हो जाएंगी.
- बेसिक शिक्षा परिषद ने पहली बार शीतकालीन अवकाश की व्यवस्था शुरू की है. इसके तहत 31 दिसम्बर से 14 जनवरी तक सरकारी प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों को बंद किया जा रहा है.
स्कूलों में संक्रमण का खतरा
बीते कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश में संक्रमण के मामले बढ़े हैं. मैनपुरी के सैनिक स्कूल में बीते दिनों पांच बच्चे कोरोना संक्रमित पाए गए थे. बीते दिनों संक्रमण के मामलों को देखते हुए न्यायालय तक ने सरकार को इस संबंध में सलाह दी है.
एकेटीयू ऑफलाइन परीक्षा पर अड़ा
एक तरफ कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए सरकार पार्टी में लोगों की उपस्थिति तक को सीमित करने में लगी है. वहीं, दूसरी ओर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय प्रशासन ऑफलाइन सेमेस्टर परीक्षाएं कराने पर अड़ा है. विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षाएं आगामी 28 दिसम्बर से शुरू होने जा रही है. छात्र बढ़ते संक्रमण का हवाला देते हुए परीक्षाएं ऑनलाइन कराने की मांग कर रहे हैं. उनकी तरफ से धरना प्रदर्शन तक किया जा रहा है, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ऑफलाइन परीक्षाओं पर ही अड़ा हुआ है.