लखनऊ: यूपी में कोरोना वायरस का प्रसार दिनों-दिन तेज हो रहा है. शुक्रवार सुबह राज्य में 810 मरीज मिले हैं. वहीं संक्रमण में गौतमबुद्ध नगर शीर्ष पर है. डेल्टा के साथ ओमीक्रोन का प्रसार स्वास्थ्य विभाग के लिए डबल चुनौती बना हुआ है. फाइनल रिपोर्ट दोपहर बाद आएगी.
यूपी में गुरुवार को 1 लाख 97 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए. इसमें 3121 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई. इतने केस एक दिन में मई में मिले थे. वहीं 47 मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में देश में सर्वाधिक 9 करोड़ 39 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है.
इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए. इसमें अब तक सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वेरिएंट ही पाया गया. उधर अस्पतालों में मॉक ड्रिल कर व्यवस्थाओं को परखा गया.
अब तक 31 ओमीक्रोन के मरीज, 80 हजार निगरानी समिति अलर्ट
17 दिसम्बर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई है. यह महाराष्ट्र से आए थे. वहीं 25 दिसम्बर को रायबरेली की महिला में ओमीक्रोन वेरिएंट पाया गया. यह महिला अमेरिका से आई थी. चार जनवरी को 23 मरीज मिले. अब तक कुल 31 ओमीक्रोन के मरीज पाए गए हैं. यूपी में विदेश यात्रा व अन्य राज्य से आ रहे लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य है.
एयर पोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप पर जांचें हो रही हैं. इस दौरान पॉजिटिव आने पर मरीज का सैम्पल जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा. ज्यादातर में डेल्टा वेरिएंट ही पाया जा रहा है. वहीं निगरानी समिति बाहर से लौटे लोगों की निगरानी रखें. रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी उन्हें क्वारन्टीन करने के निर्देश जारी किए गए. गांव से लेकर शहर तक की निगरानी समितियों को अलर्ट कर दिया गया है.
8224 पहुंची एक्टिव केसों की संख्या
राज्य में एक्टिव केस की संख्या 8824 हो गई. वहीं तीसरी लहर से निपटने की तैयारी जारी है. अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. वहीं 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए.
शाहजहांपुर में मिले 11 मरीज
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में कोरोना के 11 मरीज मिलने से हड़कंप मच गया है. यहां 1 हफ्ते के भीतर 34 मरीज कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. स्वास्थ्य विभाग की माने तो कोरोना की तीसरी लहर आ गई है, जिसके चलते 6 महीने बाद कोरोना के मरीज मिलना शुरू हो गए हैं. वहीं स्वास्थ्य विभाग लोगों से कोरोना गाइडलाइंस का पालन और टीकाकरण की अपील कर रहा है.
वाराणसी में तीसरी लहर ने दी चुनौती, बढ़ते केसों को देख सक्रिय किए गए स्टेटिक बूथ
कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग पूर्ण रूप से सक्रिय हो गया है. विभाग ने समस्त व्यवस्थाओं व सुविधाओं को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए अपनी प्रक्रिया तेज कर दी है. इसी क्रम में कोरोना जांच के लिए जनपद में पूर्व से संचालित स्टेटिक बूथ पुनः सक्रिय किए जा रहे हैं. इसके साथ ही मेरा कोविड केंद्र एप भी चालू किया गया है, जिसके जरिये कोई भी व्यक्ति अपने नजदीकी स्टेटिक बूथ के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर सकता है.
लगातार बढ़ रही केसों की संख्या
वाराणसी जनपद में कोरोना केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं. आकड़ों की बात करें तो बीते तीन दिनों में आंकड़े ने सैकड़ा पर कर लिया हैं. अब कुल नए 421 केस सामने आए हैं, जिसमे बीते दिन सर्वाधिक संख्या में 174 मरीज संक्रमित पाए गए जिसमे 80 महिलाएं 7 बच्चे शामिल हैं. लगातार बढ़ती केसों की संख्या जिला प्रशासन व स्वाथ्य विभाग के सामने चुनौती के रूप में मौजूद हैं, जिससे लड़ने के लिए प्रशासन हर दिन नए अभियान चला रहा है.
स्वास्थ्य विभाग ने सक्रिय किए कोविड-19 स्टेटिक बूथ
मुख्य चिकित्सा अधिकार डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर में जांच में स्टेटिक बूथों ने अहम भूमिका निभाई थी. इससे जनपदवासियों को भी काफी सहूलियत मिली थी. जनपद में पूर्व से ही शहरी व ग्रामीण इलाकों में 14 स्टेटिक बूथ संचालित किए जा रहे हैं, जो पुनः सक्रिय कर दिए गए हैं. इस क्रम में शहर के छह स्टेटिक बूथ स्वामी विवेकानंद मेमोरियल हॉस्पिटल भेलूपुर, लाल बहादुर शास्त्री राजकीय चिकित्सालय रामनगर, शहरी सीएचसी शिवपुर, एसएसपीजी हॉस्पिटल कबीरचौरा, ईएसआईसी हॉस्पिटल पाण्डेयपुर व स्टेटिक बूथ बीएचयू शामिल हैं. ग्रामीण क्षेत्र में आठ स्टेटिक बूथ पीएचसी बड़ागांव, पीएचसी काशी विद्यापीठ, पीएचसी सेवापुरी, पीएचसी पिंडरा, पीएचसी हरहुआ, पीएचसी चिरईगांव, सीएचसी चोलापुर एवं सीएचसी अराजीलाइन शामिल हैं.
निःशुल्क एंटीजन,आरटीपीसीआर जांच सँग अन्य सुविधाएं बूथ पर है मौजूद
जिला सर्विलान्स अधिकारी व एसीएमओ डॉ एसएस कन्नौजिया ने बताया कि इन समस्त केन्द्रों में एंटीजन व आरटीपीसीआर जांच की निःशुल्क सुविधा मौजूद है. जबकि स्टेटिक बूथ बीएचयू में ट्रू-नाट, सीबी-नाट, एंटीजन व आरटीपीसीआर जांच की निःशुल्क सुविधा मौजूद है. स्वामी विवेकानंद मेमोरियल हॉस्पिटल भेलूपुर, एलबीएस हॉस्पिटल रामनगर, शहरी सीएचसी शिवपुर एवं एसएसपीजी हॉस्पिटल कबीरचौरा में सुबह आठ बजे से लेकर दोपहर दो बजे तक जांच करवा सकते हैं. अन्य केन्द्रों पर सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक जांच की सुविधा मौजूद रहेगी.
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0.01 फीसद पॉजिटीविटी रेट से 0.04 हुई
मरीजों की कुल पॉजिटीविटी रेट 1.83 फीसद है. इसके अलावा राज्य में दैनिक पॉजिटीविटी रेट अब 0.04 से बढ़कर 1.67 फीसद हो गई है. जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत 1 फीसद रहा, जबकि जुलाई में 0.3 फीसद पॉजिटीविटी रेट की गई.
98.2 फीसद पर आई रिकवरी रेट
30 अप्रैल 2021 को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे. अब यह संख्या 8224 हो गई. वहीं रिकवरी रेट मार्च में जहां 98.2 फीसद थी. अप्रैल में घटकर 76 फीसद तक पहुंच गई. वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 98.2 रह गयी है. राज्य में 24 अप्रैल 2021 को सबसे भयावह दिन रहा. इस दिन सर्वाधिक 38 हजार 55 मरीज पाए गए. वहीं 12 मई को एक दिन में 329 की जान चली गई.