लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के दिशा-निर्देश पर यूपी के सभी ज़िलों में मदरसों का 11 बिंदुओं पर सर्वे करने का आदेश आला अधिकारियों को दिया गया था. जिसके बाद 20 अक्टूबर को यूपी के सभी मदरसों का सर्वे पूरा हो चुका है. मदरसों के सर्वे के दौरान प्रदेश भर में 7500 मदरसे गैर मान्यता प्राप्त पाए गए हैं.
यूपी में सभी 75 जिलों में सर्वे का काम लगभग पूरा हो चुका है. मदरसों के सर्वे के लिए गठित टीम अपनी रिपोर्ट अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) के माध्यम से 31 अक्टूबर तक जिलाधिकारियों को देगी. मदरसा शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त मदरसों की संख्या 16513 है. 15 नवंबर तक जिलाधिकारी शासन को मदरसा सर्वे की रिपोर्ट सौंपेंगे. मदरसा शिक्षा परिषद के चेयरमैन डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद ने जानकारी देते हुए बताया कि सर्वाधिक 550 से अधिक गैर मान्यता प्राप्त मदरसे मुरादाबाद में मिले हैं. बस्ती में 350, लखनऊ में 100, प्रयागराज में 90, आजमगढ़ 95, मऊ में 90 व कानपुर में 85 से अधिक मदरसे मिले हैं.
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मदरसा शिक्षा में लाया जाएगा सुधार : उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद ने बताया कि मदरसों के सर्वे का मतलब वैद्य-अवैध साबित करना नहीं है, बल्कि मदरसों को अच्छी शिक्षा से जोड़ना है ताकि मदरसे के बच्चे समाज की मुख्यधारा में दूसरे बच्चों की तरह सभी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल सकें. डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद ने कहा कि पिछले सात वर्षों से मदरसों को मान्यता नहीं मिली है, लिहाजा मदरसों की संख्या बढ़ना स्वाभाविक है. उन्होंने कहा कि 15 नवंबर तक गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की रिपोर्ट मिलेगी, उसके बाद इन मदरसों को मदरसा बोर्ड से जोड़ा जाएगा.
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