लखनऊ : राजधानी सहित प्रदेश भर के 746 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) की स्थिति हर माह जानने के लिए मंडल स्तर पर टीम का गठन किया गया है. जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. मुकेश कुमार सिंह करेंगे. महानिदेशक स्कूली शिक्षा (Kasturba Gandhi Residential Girls School) विजय किरण आनंद की ओर से गठित नौ सदस्यीय टीम निर्धारित समय अवधि में प्रत्येक माह दो बार निरीक्षण करेगी. इसके लिए प्रत्येक मंडल के लिए अधिकारी का नाम भी जारी कर दिया गया है. साथ ही निरीक्षण की अवधि भी महीने के प्रथम व तीसरे सप्ताह में रखी गई है, वहीं कुछ मंडल में दूसरे व चौथे सप्ताह निरीक्षण के लिए निर्धारित किया गया है.
इस बारे में महानिदेशक स्कूली शिक्षा विजय किरण आनंद ने बताया कि 'सभी विद्यालयों में प्रत्येक माह में दो बार निरीक्षण करने के लिए टीम का गठन किया गया है. निरीक्षण के दौरान उच्चीकृत कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों के निर्माण कार्यों वर्ष 2022-23 में रख रखाव मद में जारी हुई. धनराशि के सापेक्ष कराए गए कार्यों का मूल्यांकन किया जाएगा. इसके साथ ही विद्यालय में बेटियों को मिलने वाली सुविधाओं को भी परखा जायेगा.' विजय किरण आनंद ने बताया कि 'निरीक्षण टीम की जिम्मेदारी तय की गई है कि वह निरीक्षण के बाद समय से अपनी आख्या प्रस्तुत करें ताकि समय से आगे की कार्रवाई सुनिश्चित हो सके. इसके साथ ही प्रत्येक सप्ताह वर्चुअल बैठक के माध्यम से भी केजीबीवी की समीक्षा की जायेगी.'
इस तरह गठित हुई अधिकारियों की टीम : सभी जनपदों और मंडल का अध्यक्ष वरिष्ठ विशेष राज्य परियोजना डॉ मुकेश कुमार सिंह को बनाया गया है, जबकि आनंद प्रकाश शुक्ला को अयोध्या, मेरठ मंडल, दिव्या गुप्ता को अलीगढ़, बस्ती, चित्रकूट मंडल, आरती गुप्ता को आगरा, गोरखपुर मंडल, सैय्यद समर अब्बास जैदी को गोंडा और मुरादाबाद मंडल, सरिता सिंह को लखनऊ मंडल, डॉ सपना शर्मा को आजमगढ़ वाराणसी मंडल, पूनम गुप्ता को बरेली, झांसी और कानपुर मंडल सौंपा गया है, वहीं निधि दुबे को प्रयागराज, मिर्जापुर और सहारनपुर मंडल सौंपा गया है.
आसान नहीं होगा बजट में गोलमाल : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाली बच्चियों को मिलने वाली सुविधाओं के लिए बजट अब उनकी प्रतिदिन उपस्थिति के अनुसार दिया जायेगा. इसके लिए प्रतिदिन छात्राओं की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज की जा रही है. इस बारे में जानकारी देते हुए वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि 'केजीबीवी में परियोजना की ओर से सभी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं. बजट को लेकर बेहद पारदर्शिता बरती जा रही है. हर दिन का हिसाब किताब भी ऑनलाइन मौजूद है. कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में तीन बार ऑनलाइन हाजिरी दर्ज करानी होगी. पहले उपस्थिति विद्यालय शुरू होते समय, दूसरी उपस्थिति विद्यालय के छुट्टी के बाद और तीसरी उपस्थिति रात 9 और 10 बजे के आसपास दर्ज करानी होगी. अब यह सभी उपस्थित फेस रिकॉग्निशन मशीन के माध्यम से दर्ज होगी.'