लखनऊ: राजधानी में शुक्रवार को 707 नए मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है. वहीं इलाज के दौरान 9 कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई. मरीजों में लखनऊ के 5 लोग और अन्य जिलों से 4 व्यक्ति शामिल हैं. साथ ही 69 कोरोना मरीजों को डिस्चार्ज किया गया.
बढ़ रहा कोरोना का कहर
राजधानी में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है. शुक्रवार को 707 नए लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई, इन मरीजों में श्रावस्ती के भिनगा विधायक मोहम्मद असलम रायनी भी शामिल थे. गुरुवार को लक्षण के आधार पर उनकी कोरोना की जांच कराई गई थी.
डॉक्टरों के परामर्श पर रायनी को एसजीपीजीआई में भर्ती किया गया है. विधायक का कहना है कि कोरोना संक्रमण लखनऊ में आने से हुआ है, क्योंकि वह विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले लखनऊ आए थे. साथ ही बीते 7 दिनों से वे लखनऊ में ही हैं.
यहां मिले कोरोना संक्रमित
इसके अलावा शुक्रवार को लखनऊ में सबसे अधिक मरीज इंदिरा नगर से मिले हैं. यहां के विभिन्न इलाकों से 42 मरीज संक्रमित पाए गए हैं. गोमती नगर में 37, चिनहट के 35, कैंट में 31, चौक में 29, आशियाना में 27, मड़ियांव और महानगर में 23, ठाकुरगंज और हजरतगंज में 21, सरोजनी नगर में 20, रायबरेली रोड पर 19, तालकटोरा और जानकीपुरम में 17, अलीगंज में 15, हसनगंज के 14, हुसैनगंज के 12, गोसाईगंज, काकोरी व विकास नगर से 11 और गुडंबा से 10 मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है. वहीं शुक्रवार को ही राजधानी में 9 कोरोना संक्रमितों की मौत भी हो गई, इनमें से 5 लखनऊ के मूल निवासी हैं और 4 अन्य जिलों के हैं.
केजीएमयू के कोरोना वॉर्ड में भर्ती डालीगंज निवासी 25 वर्षीय महिला ने 27 अगस्त की रात को ही दम तोड़ दिया. केजीएमयू के प्रवक्ता के अनुसार मरीज को ब्रेन टीबी था और कार्डियक अरेस्ट की वजह से उसकी मौत हो गई. इसके अलावा सीतापुर के कृपालपुर के 25 वर्षीय मरीज की भी मौत हो गई, इस मरीज को एक्सीडेंट के बाद केजीएमयू लाया गया था. मीडिया प्रवक्ता के अनुसार उनके दिमाग से अधिक रक्त बह गया था और कार्डियक अरेस्ट होने की वजह से मरीज की मौत हो गई.
शुक्रवार को 69 मरीजों को अस्पतालों से डिस्चार्ज किया गया. ये मरीज केजीएमयू, एसजीपीजीआई के राजधानी कोविड अस्पताल, इंटीग्रल यूनिवर्सिटी, राम सागर मिश्रा संयुक्त चिकित्सालय, लोक बंधु अस्पताल, एरा मेडिकल कॉलेज और डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में बने कोविड-19 अस्पतालों में भर्ती थे. इन्हें 7 दिन के लिए होम क्वारंटाइन रहने के निर्देश के साथ घर भेज दिया गया.