लखनऊ: राजधानी के ग्रामीण क्षेत्र में बीते 10 दिनों में 7 मौतों के बाद से ग्रामीणों में डर का माहौल है. स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं पहुंचने पर लोगों ने खुद ही गांव में सैनिटाइजेशन कराया. वहीं ईटीवी भारत ने जब इम मामले की खबर को प्रमुखता से दिखाया तो स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 21 लोगों के जांच सैंपल लिए, जिनकी जांच रिपोर्ट शुक्रवार को आएगी.
10 दिनों में 7 मौत से दहशत में ग्रामीण
मामला राजधानी के मोहनलालगंज विकासखंड के अंतर्गत आने वाले मऊ गांव का है, जहां बीते 10 दिनों से अब तक करीब 7 लोगों की मौतें हो चुकी है. हालांकि कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया, वहीं इन मौतों से ग्रामीणों में डर का माहौल बना हुआ है. ग्रामीणों ने खुद ही अपने गांव को सैनिटाइज कराया. दरअसल इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मऊ गांव पहुंचकर 21 लोगों के सैंपल लिए, जिसकी जांच रिपोर्ट शुक्रवार को आएगी.
इसी एरिया में बना है सबसे बड़ा क्वारंटाइन सेंटर
आपको बता दें कि राजधानी लखनऊ का सबसे बड़ा क्वारंटाइन सेंटर (2000 बेड का) मोहनलालगंज के इसी गांव के पास में बनाया गया है, जिसमें बाहर से आए हुए 111 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है. वहीं आसपास की बड़ी मार्केट जैसे तेलीबाग और रायबरेली का बछरावां हॉटस्पॉट बनाया गया है. जिस तरह से लगातार कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्तियों के मामले बढ़ते जा रहे हैं, ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के मन में भी डर का माहौल बना हुआ है.
पिछले 10 दिनों में अलग-अलग कारणों से लगभग 7 लोगों की मौतें हुई हैं, जिसके बाद से लोगों में डर का माहौल बन गया था. ऐसे में 21 लोगों की सैंपलिंग की गई है, जिसकी जांच रिपोर्ट आना अभी बाकी है.
पल्लवी मिश्रा उपजिलाधिकारी, मोहनलालगंज