लखनऊ: लगभग 20 वर्ष बाद लखनऊ में देश और विदेश की जाने माने स्त्री रोग विशेषज्ञों का जमावड़ा होने लगने जा रहा है. मौका है 63वीं ऑल इंडिया कॉन्फ्रेंस ऑफ ऑब्सटेट्रिक्स एंड गाइनेकोलॉजी कॉन्फ्रेंस का. इस कॉन्फ्रेंस को लखनऊ ऑब्सटेट्रिक्स एंड गाइनेकोलॉजी सोसायटी द्वारा करवाया जा रहा है. 5 दिन तक चलने वाले इस कॉन्फ्रेंस में महिलाओं से जुड़ी तमाम परेशानियों और उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के विषय पर चर्चा की जाएगी.
5 दिनों तक चलेगा कॉन्फ्रेंस
लखनऊ ऑब्सटेट्रिक्स एंड गाइनेकोलॉजी सोसायटी की ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ. प्रीति कुमार ने बताया कि 20 साल बाद ऐसा होगा कि देश ही नहीं, विदेशों की भी स्त्री रोग विशेषज्ञ और गायनेकोलॉजिस्ट 5 दिन तक राजधानी में रहेंगे. स्त्री रोग, उनके इलाज और नई तकनीकों पर बातचीत की जाएगी. 5 दिनों तक चलने वाले इस आयोजन में 13 कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं. इसमें महिलाओं के स्वास्थ्य, नई अल्ट्रासाउंड तकनीक, बच्चों की आनुवंशिक समस्याएं, हाई रिस्क प्रेग्नेंसी, प्रसूता मृत्यु दर, ब्लड प्रेशर, चिकित्सा शिक्षा जैसी तमाम विषयों पर चर्चा की जाएगी.
मुंबई की स्त्री रोग विशेषज्ञ ने कहा
फॉक्सी की प्रेसिडेंट और मुंबई की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर नंदिता पाल्शेतकर कहती हैं कि इस आयोजन में मैं एंडोमेट्रियोसिस पर बात करूंगी. यह एक बीमारी है, जिससे एक महिला को बांझपन जैसी बड़ी समस्या भी हो सकती है. इस बीमारी का इलाज दवाइयों और सर्जरी से तो होता ही है, साथ ही इसके इलाज में आईवीएफ भी एक ट्रीटमेंट होता है. खास बात यह भी है कि यह बीमारी नई उम्र की लड़की से लेकर बड़ी उम्र की महिलाओं तक को हो सकती है. इसके बारे में महिलाओं को काफी कम जानकारी है और परेशानियां काफी अधिक हैं, इसलिए इस पर बात करना बेहद जरूरी है.
इस आयोजन में 1200 शोध पत्र पढ़े जाएंगे, पोस्टर प्रेजेंटेशन होंगे. इसमें देशभर से तकरीबन 15,000 स्त्री रोग विशेषज्ञ प्रतिभाग कर रही हैं. इसके अलावा लगभग 150 अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ और फैकल्टी भी इस आयोजन का हिस्सा होंगी.