लखनऊः उत्तर प्रदेश में दूसरे चरण के तहत वैक्सीनेशन किया जा रहा है. शुक्रवार को प्रदेश में 1,00,658 स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका लगाया गया. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार प्रदेश में 65% से अधिक वैक्सीनेशन हुआ है. प्रदेश भर में 1547 बूथों पर वैक्सीनेश का काम किया गया.
तीन जिलो में लाभार्थियों को वैक्सीनेशन के बाद देना पड़ा इलाज
उत्तर प्रदेश में कहीं भी वैक्सीनेशन के बाद लाभार्थियों में मेजर रिएक्शन देखने को नहीं मिला है. उत्तर प्रदेश के कई जिलों में वैक्सीनेशन के बाद माइनर रिएक्शन की घटनाएं जरूर सामने आई हैं. बहराइच, गोरखपुर और प्रयागराज जिले में लाभार्थी को वैक्सीनेशन के बाद इलाज देने की स्थिति पैदा हुई. इन लाभार्थियों को घबराहट और बीपी की शिकायत हुई. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि लखनऊ में 56% वैक्सीनेशन किया गया. राजधानी लखनऊ में 8500 लाभार्थियों को टीका लगाने का लक्ष्य था, लेकिन सिर्फ 4812 लाभार्थियों को टीका लगाया गया.
स्वास्थ्य कर्मचारियों में उत्साह
शाम के समय कोरोना बुलेटिन देते समय अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया था कि वैक्सीनेशन को लेकर स्वास्थ्य कर्मचारियों में उत्साह देखने को मिल रहा है. अपर मुख्य सचिव ने बताया कि वह स्वयं सिविल हॉस्पिटल पहुंचे थे. यहां उन्होंने कर्मचारियों से बातचीत की. बातचीत में यह बात निकल के सामने आई है कि स्वास्थ्य कर्मचारी वैक्सीनेशन को लेकर काफी सकारात्मक हैं. साथ ही उत्साहित नजर आ रहे हैं.
मुख्यमंत्री गए थे आरएमएल हॉस्पिटल
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना वायरस के कार्य को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहुत गंभीर हैं. शुक्रवार को मुख्यमंत्री खुद राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल पहुंचे. जहां पर वैक्सीनेशन के कार्यों की समीक्षा की. सभी जगह पर कर्मचारियों में वैक्सीनेशन को लेकर उत्साह देखने को मिला.
कोरोना रिकवरी रेट 97.30%
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे में 370 कोरोना वायरस के नए मरीज सामने आए हैं. 484 लोगों ने कोरोना वायरस को मात दी है. उत्तर प्रदेश में 7528 एक्टिव मामले हैं. प्रदेश का रिकवरी रेट 97.30% है. कोरोना वायरस से अब तक उत्तर प्रदेश में 8605 लोगों की मृत्यु हुई है. अगल वैक्सीनेशन सप्ताह के प्रत्येक बृहस्पतिवार और शुक्रवार को किया जाएगा.