लखनऊ: राज्य में बन रहे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का करीब 60 फीसदी भौतिक कार्य पूरा कर लिया गया है. इस परियोजना से जुड़े मिट्टी का कार्य 90 प्रतिशत और 82 प्रतिशत संरचनाओं के निर्माण का कार्य हो गया है.
यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश अवस्थी की अध्यक्षता में गुरुवार को बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे व पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्यों की समीक्षा की गई. इस बैठक में यूपीडा के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ निर्माण कंपनियों के प्रतिनिधि, सभी पीआईयू के अधिकारी, अथॉरिटी इंजीनियर, मॉनिटरिंग एवं गुणवत्ता नियंत्रण के लिए सम्बद्ध की गई कंपनी राइट्स लिमिटेड की टीम भी मौजूद थी.
अवनीश अवस्थी ने निर्माण कार्य करने वाली कंपनियों को निर्देश दिए कि वह गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य को तेजी से कराएं. इसके साथ ही रेलवे ओवर ब्रिज, दीर्घ सेतुओं एवं फ्लाईओवर के निर्माण के लिए आवश्यक सभी कार्यों को तेजी से कराया जाए.
इसके साथ ही अवनीश अवस्थी ने एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या को यथाशीघ्र निपटने के निर्देश दिए. इसके अतिरिक्त उन्होंने प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग के लिए सम्बद्ध की गई कंपनी राइट्स लिमिटेड के प्रतिनिधियों को कार्य की गुणवत्ता पर पूरी तरह से ध्यान रखने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि कार्य की गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाए.
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे परियोजना का क्लीयरिंग एंड ग्रबिंग का कार्य 92 प्रतिशत, मिट्टी का कार्य 57 प्रतिशत पूरा हो गया है. परियोजना की 819 संरचनाओं के सापेक्ष 239 संरचनाएं पूर्ण कर ली गई हैं. परियोजना की कुल भौतिक प्रगति 20.40 प्रतिशत पूरी हो चुकी है. परियोजना में 14 दीर्घ सेतु बनाए जाने हैं. इसमें से 11 का निर्माण शुरू कर दिया गया है. परियोजना में चार आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज) का निर्माण प्रस्तावित है. इसके लिए रेलवे विभाग से शीघ्र अनापत्ति प्राप्त कर निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा. एनओसी प्राप्त करने की कार्यवाही को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है.
296 किमी लंबा बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे
उल्लेखनीय है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे झांसी-इलाहाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग-35 भरतकूप के पास चित्रकूट से प्रारंभ होकर आगरा लखनऊ-एक्सप्रेस-वे पर ग्राम कुदरैल के पास इटावा में समाप्त होगा. एक्सप्रेस-वे की लंबाई 296.070 किलोमीटर होगी. इस परियोजना से प्रदेश के पिछड़े चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन एवं इटावा जैसे जिले लाभान्वित होंगे. इससे बुंदेलखंड क्षेत्र का विकास होगा. यह एक्सप्रेस-वे चार लेन चौड़ा (छह लेन विस्तारणीय) और संरचनाएं छह लेन चौड़ाई की बनायी जाएंगी.
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का पूरा हुआ 14 फीसद मिट्टी का कार्य
अवनीश अवस्थी ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे व पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्यो की भी समीक्षा की. उन्होंने बताया कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का कार्य तेजी से कराया जा रहा है. आज तक लगभग 14 प्रतिशत से अधिक मिट्टी का कार्य और क्लीयरिंग एवं ग्रबिंग का कार्य लगभग 76 प्रतिशत पूरा कर लिया गया है. इस परियोजना में सरयू (घाघरा) नदी पर दीर्घ सेतु का निर्माण कराया जाना है. इस सेतु का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है.
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का 90 प्रतिशत पूरा हुआ मिट्टी का कार्य
परियोजना के अंतर्गत पड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों को क्रॉस करने के लिए एनएचएआई एवं राष्ट्रीय राजमार्ग एवं भूतल परिवहन मंत्रालय से एनओसी प्राप्त करने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है. जल्द ही एनओसी मिल जाएगी. पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के विषय में अवनीश अवस्थी ने बताया कि वर्तमान में मिट्टी का कार्य 90 प्रतिशत पूरा कर लिया गया है. इसके अतिरिक्त संरचनाओं के निर्माण का कार्य 82 फीसदी व परियोजना की कुल भौतिक प्रगति लगभग 60 प्रतिशत से अधिक पूर्ण हो चुकी है.