लखनऊ: यूपी को कोरोना मुक्त करने के लक्ष्य (Goals to make UP corona free) की प्राप्ति को यहां वैक्सीनेशन अभियान को और अधिक तेज कर दिया गया है. वहीं, गांधी जयंती के मौके पर भी टीकाकरण का आयोजन किया गया. इस दौरान 18 वर्ष से ऊपर की 59 फीसद आबादी पहली डोज से कवर (59 percent of the population of UP got the first vaccine of Corona) हो गई. शनिवार को 3,519 केंद्रों पर टीकाकरण किया जा रहा है. इसमें 3,449 सरकारी व 70 निजी केंद्र बनाए गए हैं. इन पर दोपहर तक एक लाख डोज लग गईं है. वहीं, अभी तक कुल 10 करोड़ 88 लाख से ज्यादा टीका लग चुके हैं.
इधर, गत सोमवार को टीकाकरण का महाभियान चलाया गया था. इस दौरान अब तक के सबसे अधिक कुल 16 हजार 416 बूथ बनाए गए. इसमें 16,328 सरकारी व 88 प्राइवेट बूथ रहे. ऐसे में सोमवार को एक दिन में 38 लाख से ज्यादा डोज लगाने का रिकॉर्ड बनाया गया. पहली डोज का आंकड़ा अब आठ करोड़ 75 लाख पार कर गया है. वहीं दूसरी डोज लेने वालों की तादाद दो करोड़ 14 लाख पार कर गई. वहीं, पहली डोज से अब 59 फीसद से ज्यादा आबादी कवर हो गई है.
सितंबर में तीन करोड़ डोज का लक्ष्य अधूरा
सूबे में पहले चार से पांच लाख लोगों को रोज वैक्सीन लगाई जाती थी. जून के दूसरे सप्ताह से हर रोज 6 लाख टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया. वहीं, 21 जून से हेल्थ टीम ने आठ लाख तक रोज डोज लगाना शुरू किया. ऐसे में जून में एक करोड़ डोज लगाने का लक्ष्य 24 दिन में हासिल कर लिया गया. जुलाई में हर रोज 10 लाख डोज़ लगाने का लक्ष्य तय किया गया. मगर, केंद्र सरकार से पर्याप्त मात्रा में डोज नहीं मिली. ऐसे में हर रोज 10 लाख वैक्सीन नहीं लग पाईं.
वहीं, तीन अगस्त को मेगा कैम्प लगाए गए. शहर से लेकर गांव तक ऑन द स्पॉट पंजीकरण कर टीकाकरण किया गया. इस दौरान 29 लाख 50 से अधिक को टीका लगाया गया तो वहीं, 16 अगस्त को 23 लाख 67 हजार से अधिक को टीका लगाया गया. 27 अगस्त को 'बिग वैक्सीनेशन डे' मनाया गया.
इसमें 11 हजार से ज्यादा केंद्र बनाए गए. इसमें 30 लाख 686 डोज लगाने के रिकॉर्ड बना. अगस्त में दो करोड़ वैक्सीन लगाने का लक्ष्य पूरा किया गया. इसके बाद 6 सितंबर को 33 लाख 42 हजार 360 को डोज लगी. सितंबर में तीन करोड़ वैक्सीन लगाने का लक्ष्य था. लेकिन इस दौरान एक करोड़ 55 लाख ही डोज ही लग सकीं.