लखनऊ: राजधानी में अवैध खनन के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है. हाल ही के आंकड़ों की बात करें तो राजधानी में अवैध खनन के कम मामले प्रकाश में आए हैं. वर्ष 2020 में अब तक अवैध खनन के 54 मामले सामने आए हैं, जिन पर कार्रवाई की गई है. वहीं, तीन मामलों में मुकदमा दर्ज किया गया.
आउटर रिंग रोड के लिए हो रहा खनन
आउटर रिंग रोड के निर्माण में मिट्टी उपलब्ध कराने के लिए राजधानी में तीन कंपनियों को खनन की अनुमति दी गई है. बीते दिनों राजधानी में अवैध खनन को लेकर डीएम अभिषेक प्रकाश से शिकायतें की गई थी. इसके बाद अवैध खनन की रोकथाम के लिए कार्रवाई की जा रही है.
साल 2020 में अब तक अवैध खनन के 54 प्रकरण प्रकाश में आए हैं. इनमें 3 मामलों में एफआईआर दर्ज कराई गई है. अवैध खनन से जुड़े परिवहन के 64 मामले दर्ज किए गए हैं. अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 21,90,591 रुपये क्षतिपूर्ति धनराशि के तौर पर वसूले गए हैं.
पिछली साल की अपेक्षा 2020 में प्रभावी कार्रवाई
वर्ष 2019 से वर्ष 2020 में अवैध खनन के कम मामले प्रकाश में आए हैं. वर्ष 2020 में अवैध खनन के 162 मामले सामने आए थे, जबकि इस साल 2020 में 54 मामले सामने आए हैं. वर्ष 2019 में अवैध परिवहन के कुल 126 मामले दर्ज किए गए थे. वर्ष 2020 में अब तक 54 मामले दर्ज किए गए हैं.
अवैध खनन को लेकर की गई क्षतिपूर्ति के तहत वर्ष 2019 में 20,65,490 रुपये वसूले गए थे. वहीं, वर्ष 2020 में 21,90,591 रुपये क्षतिपूर्ति के तौर पर वसूले गए. वर्ष 2019 में अवैध खनन को लेकर एक भी एफआईआर नहीं दर्ज की गई थी, लेकिन इस साल 2020 में अब तक तीन एफआईआर अवैध खनन करने वालों के खिलाफ दर्ज की गई है.
डीएम अभिषेक प्रकाश ने जारी किए निर्देश
बीते दिनों डीएम अभिषेक प्रकाश ने आउटर रिंग रोड के लिए मिट्टी उपलब्ध कराने के लिए संबंधित खनन कंपनियों को निर्देश जारी कर सप्लाई को तेज करने के निर्देश दिए थे. वहीं, लखनऊ में होने वाले अवैध खनन पर लगाम लगाने के लिए भी संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी किए थे. डीएम ने सभी एसडीएम को निर्देश देते हुए कहा था कि वह अपने क्षेत्र में सुनिश्चित करें कि अवैध खनन न हो. अगर ऐसा पाया जाता है तो अवैध खनन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज कराई जाएगी.