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लखनऊ में प्लाट दिलाने के नाम पर ठगे थे 52 लाख, आरोपी मेरठ से गिरफ्तार - प्लॉट दिलाने के नाम पर ठगी

राजधानी में ठगी के मुकदमे में फरार चल रहे आरोपी को लखनऊ पुलिस ने मेरठ पुलिस की सहायता से गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी लखनऊ की एक महिला से प्लाट दिलाने के नाम पर 52 लाख रुपये ठग लिए थे. इसके बाद महिला ने पिता, पुत्र व माता समेत चार लोगों के खिलाफ 21 सितंबर को अपने साथ हुई ठगी की शिकायत थाने पर की थी.

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Published : Nov 5, 2022, 7:55 AM IST

Updated : Nov 5, 2022, 8:27 AM IST

लखनऊ : राजधानी में ठगी के मुकदमे में फरार चल रहे आरोपी को लखनऊ पुलिस ने मेरठ पुलिस की सहायता से गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी लखनऊ की एक महिला से प्लाट दिलाने के नाम पर 52 लाख रुपये ठग लिए थे. इसके बाद महिला ने पिता, पुत्र व माता समेत चार लोगों के खिलाफ 21 सितंबर को अपने साथ हुई ठगी की शिकायत थाने पर की थी.

पुलिस के अनुसार पीड़ित सना खान निवासी जेवैल अपार्टमेंट थाना हजरतगंज लखनऊ मूल निवासी प्रयागराज ने कुछ महीने पहले आसिफ सिद्दीकी, नदीम सिद्दीकी निवासी फ्लैट संख्या 302 तृतीय तल एमकेएम रेजीडेंसी जियामऊ लखनऊ मिले थी. इन लोगों ने बताया था कि उनकी मेसर्स जमील एंड रजिया इन्फ्रा डेवलपर्स के नाम से एक फर्म है. जिसके जरिए उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में जमीनों की खरीद-फरोख्त का कारोबार करते हैं. इन लोगों का एक ऑफिस लखनऊ स्थित ईसीजी रोहतास सम्मिट बिल्डिंग 3/3 विभूति खंड गोमतीनगर लखनऊ में है. आरोपियों ने कहा कि उनकी कंपनी ने अलीगढ़ में कुछ जमीनों का सौदा किया है तथा जमीन बेचना चाहते हैं.

जानकारी देतीं अपर्णा रजत कौशिक, पुलिस उपायुक्त, मध्य जोन लखनऊ.

इसके बाद सना ने जमीन लेने की इच्छा जाहिर की. तब यह लोग सना को लेकर उनके पिता जमीर अहमद व माता रजिया से मिलाने ले गए. उन लोगों ने सना को जो जमीनें दिखाईं वह सना को पसंद आई. बातचीत के बाद जमीन 74 लाख रुपये बीघा का समझौता हुआ. आरोपियों ने कहा कि सारा लेन-देन लखनऊ स्थित उनके ऑफिस टीसीजी रोहतास सम्मिट बिल्डिंग विभूति खंड पर किया जाएगा. पांच मार्च 2021 को अनुबंध हुआ जिसके अनुसार भूमि खसरा संख्या 992 रकबा 0.5530 हेक्टेयर खसरा संख्या 1043 सभा 2.7620 हेक्टेयर खसरा संख्या 998/1 मि0 रकबा 1.3360 हे. ग्राम परगना रामपुर शाहपुर तहसील गभाना जिला अलीगढ़ के विक्रय का सौदा तय हुआ.

इसके बाद सना ने आरोपियों को कैश और उनके एकाउंट के माध्यम से रु 52 लाख दे दिए. इसके बाद वह लोग सना से मिलना बंद कर दिए तथा जब भी पीड़ित उनके लखनऊ स्थित आवास पर संपर्क करने की कोशिश करता तो उनका ऑफिस बंद मिलता था. वादी ने विपक्षी लोगों को तलाश कर जमीन लिखाने की बात कही तो जमीन दिलाने में असमर्थता जताई और लखनऊ स्थित फ्लैट बेचकर पैसे देने की बात कही. जब उनका फ्लैट बिक गया तो सना ने फिर संपर्क किया. इस बार आरोपियों ने गाली गलौज कर और जान से मारने की धमकी देकर सना को भगा दिया.


अपर पुलिस आयुक्त सैय्यद अली अब्बास (Additional Commissioner of Police Syed Ali Abbas) ने बताया कि मूलरूप से मेरठ के अलीबाग काॅलोनी फतेहउल्लापुर रोड थाना लिसाड़ी गेट के रहने वाले आशिफ, नदीम पुत्र जमील और उनकी पत्नी रजिया जो कि लखनऊ के विभूतिखंड में रहकर मेसर्स जमील एंड रजिया इंफ्रा डेवलपर्स के नाम से एक फर्म चलाकर लोगों से यूपी के कई जिलों में प्लॉट दिलाने के नाम पर ठगी (Cheating in the name of getting plot) करते थे. इन लोगों ने अपना आफिस विभूतिखंड में खोल रखा था. सना खान की शिकायत के बाद मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही थी. मेरठ पुलिस की सहायता से आरोपी जमील को गिरफ्तार किया है. बाकी बचे तीन लोग रजिया, आशिफ व नदीम फरार हैं. बहुत जल्द वह भी पुलिस की गिरफ्त में होंगे.

यह भी पढ़ें : एस राज लिंगम बने वाराणसी के जिलाधिकारी, कौशल राज शर्मा अब रहेंगे केवल मंडलायुक्त

लखनऊ : राजधानी में ठगी के मुकदमे में फरार चल रहे आरोपी को लखनऊ पुलिस ने मेरठ पुलिस की सहायता से गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी लखनऊ की एक महिला से प्लाट दिलाने के नाम पर 52 लाख रुपये ठग लिए थे. इसके बाद महिला ने पिता, पुत्र व माता समेत चार लोगों के खिलाफ 21 सितंबर को अपने साथ हुई ठगी की शिकायत थाने पर की थी.

पुलिस के अनुसार पीड़ित सना खान निवासी जेवैल अपार्टमेंट थाना हजरतगंज लखनऊ मूल निवासी प्रयागराज ने कुछ महीने पहले आसिफ सिद्दीकी, नदीम सिद्दीकी निवासी फ्लैट संख्या 302 तृतीय तल एमकेएम रेजीडेंसी जियामऊ लखनऊ मिले थी. इन लोगों ने बताया था कि उनकी मेसर्स जमील एंड रजिया इन्फ्रा डेवलपर्स के नाम से एक फर्म है. जिसके जरिए उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में जमीनों की खरीद-फरोख्त का कारोबार करते हैं. इन लोगों का एक ऑफिस लखनऊ स्थित ईसीजी रोहतास सम्मिट बिल्डिंग 3/3 विभूति खंड गोमतीनगर लखनऊ में है. आरोपियों ने कहा कि उनकी कंपनी ने अलीगढ़ में कुछ जमीनों का सौदा किया है तथा जमीन बेचना चाहते हैं.

जानकारी देतीं अपर्णा रजत कौशिक, पुलिस उपायुक्त, मध्य जोन लखनऊ.

इसके बाद सना ने जमीन लेने की इच्छा जाहिर की. तब यह लोग सना को लेकर उनके पिता जमीर अहमद व माता रजिया से मिलाने ले गए. उन लोगों ने सना को जो जमीनें दिखाईं वह सना को पसंद आई. बातचीत के बाद जमीन 74 लाख रुपये बीघा का समझौता हुआ. आरोपियों ने कहा कि सारा लेन-देन लखनऊ स्थित उनके ऑफिस टीसीजी रोहतास सम्मिट बिल्डिंग विभूति खंड पर किया जाएगा. पांच मार्च 2021 को अनुबंध हुआ जिसके अनुसार भूमि खसरा संख्या 992 रकबा 0.5530 हेक्टेयर खसरा संख्या 1043 सभा 2.7620 हेक्टेयर खसरा संख्या 998/1 मि0 रकबा 1.3360 हे. ग्राम परगना रामपुर शाहपुर तहसील गभाना जिला अलीगढ़ के विक्रय का सौदा तय हुआ.

इसके बाद सना ने आरोपियों को कैश और उनके एकाउंट के माध्यम से रु 52 लाख दे दिए. इसके बाद वह लोग सना से मिलना बंद कर दिए तथा जब भी पीड़ित उनके लखनऊ स्थित आवास पर संपर्क करने की कोशिश करता तो उनका ऑफिस बंद मिलता था. वादी ने विपक्षी लोगों को तलाश कर जमीन लिखाने की बात कही तो जमीन दिलाने में असमर्थता जताई और लखनऊ स्थित फ्लैट बेचकर पैसे देने की बात कही. जब उनका फ्लैट बिक गया तो सना ने फिर संपर्क किया. इस बार आरोपियों ने गाली गलौज कर और जान से मारने की धमकी देकर सना को भगा दिया.


अपर पुलिस आयुक्त सैय्यद अली अब्बास (Additional Commissioner of Police Syed Ali Abbas) ने बताया कि मूलरूप से मेरठ के अलीबाग काॅलोनी फतेहउल्लापुर रोड थाना लिसाड़ी गेट के रहने वाले आशिफ, नदीम पुत्र जमील और उनकी पत्नी रजिया जो कि लखनऊ के विभूतिखंड में रहकर मेसर्स जमील एंड रजिया इंफ्रा डेवलपर्स के नाम से एक फर्म चलाकर लोगों से यूपी के कई जिलों में प्लॉट दिलाने के नाम पर ठगी (Cheating in the name of getting plot) करते थे. इन लोगों ने अपना आफिस विभूतिखंड में खोल रखा था. सना खान की शिकायत के बाद मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही थी. मेरठ पुलिस की सहायता से आरोपी जमील को गिरफ्तार किया है. बाकी बचे तीन लोग रजिया, आशिफ व नदीम फरार हैं. बहुत जल्द वह भी पुलिस की गिरफ्त में होंगे.

यह भी पढ़ें : एस राज लिंगम बने वाराणसी के जिलाधिकारी, कौशल राज शर्मा अब रहेंगे केवल मंडलायुक्त

Last Updated : Nov 5, 2022, 8:27 AM IST
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