ETV Bharat / state

यूपी में गणतंत्र दिवस पर 500 कैदियों की हो सकती है रिहाई

उत्तर प्रदेश में इस बार गणतंत्र दिवस पर 500 कैदियों को रिहा किया जाएगा. इसके लिए कैदियों की लिस्ट तैयार कर डीजी जेल आनंद कुमार ने शासन को भेज दिया है. अब इन कैदियों की रिहाई पर फैसला राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को करना है.

कैदियों की हो सकती है रिहाई
कैदियों की हो सकती है रिहाई
author img

By

Published : Jan 21, 2021, 12:45 PM IST

लखनऊ: साल 2021 का गणतंत्र दिवस जेल में बंद कैदियों के लिए काफी खास है. क्योंकि इस बार 500 कैदियों की रिहाई के लिए लिस्ट तैयार हो चुकी है. वैसे तो गणतंत्र दिवस के मौके पर पहले भी कैदियों की रिहाई होती रही है, लेकिन इस बार ऐसे कैदी जो 16 साल की सजा पूरी कर चुके हैं, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी. साथ ही महिला और गंभीर रोग से पीड़ित कैदियों को रिहाई के लिए प्राथमिकता दी जाएगी.

लखनऊ के आदर्श नारी बंदी निकेतन के अलावा वाराणसी, बरेली, आगरा, फतेहगढ़, नैनी और अलीगढ़ जिलों के करीब 800 कैदी चुने गए थे. इनमें से मानक पूरे करने वाले 500 कैदियों की लिस्ट को डीजी जेल आनंद कुमार ने शासन को भेजा है. अब इन कैदियों की रिहाई पर फैसला राज्यपाल को करना है.

इसके पहले भी नारी बंदी निकेतन में जन्मदिन मनाने पहुंची राज्यपाल बुजुर्ग महिला कैदियों की स्थिति देखकर काफी भावुक हो गई थीं. वहीं उन्होंने कैदियों को आश्वासन भी दिया था. अब जिन 500 कैदियों को रिहा किया जाएगा, उसमें महिला और गंभीर रोग से पीड़ित कैदियों को रिहाई में वरीयता दी जाएगी.

कैदियों की रिहाई के लिए क्या है मानक

गणतंत्र दिवस के मौके पर इस बार उत्तर प्रदेश सरकार 500 कैदियों की रिहाई पर काम कर रही है. वहीं जेल में बंद कैदियों की रिहाई के लिए 16 साल की सजा पूरा होना चाहिए. ऐसे कैदी जिनका चाल-चलन अच्छा हो, उनको प्राथमिकता दी जाती है. वहीं इस बार रिहाई के लिए ऐसे बंदियों को छांटा गया है, जिनमें महिला बंदी के साथ गंभीर रोग से पीड़ित और 80 साल से ज्यादा बुजुर्ग कैदी भी शामिल हैं.

लखनऊ: साल 2021 का गणतंत्र दिवस जेल में बंद कैदियों के लिए काफी खास है. क्योंकि इस बार 500 कैदियों की रिहाई के लिए लिस्ट तैयार हो चुकी है. वैसे तो गणतंत्र दिवस के मौके पर पहले भी कैदियों की रिहाई होती रही है, लेकिन इस बार ऐसे कैदी जो 16 साल की सजा पूरी कर चुके हैं, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी. साथ ही महिला और गंभीर रोग से पीड़ित कैदियों को रिहाई के लिए प्राथमिकता दी जाएगी.

लखनऊ के आदर्श नारी बंदी निकेतन के अलावा वाराणसी, बरेली, आगरा, फतेहगढ़, नैनी और अलीगढ़ जिलों के करीब 800 कैदी चुने गए थे. इनमें से मानक पूरे करने वाले 500 कैदियों की लिस्ट को डीजी जेल आनंद कुमार ने शासन को भेजा है. अब इन कैदियों की रिहाई पर फैसला राज्यपाल को करना है.

इसके पहले भी नारी बंदी निकेतन में जन्मदिन मनाने पहुंची राज्यपाल बुजुर्ग महिला कैदियों की स्थिति देखकर काफी भावुक हो गई थीं. वहीं उन्होंने कैदियों को आश्वासन भी दिया था. अब जिन 500 कैदियों को रिहा किया जाएगा, उसमें महिला और गंभीर रोग से पीड़ित कैदियों को रिहाई में वरीयता दी जाएगी.

कैदियों की रिहाई के लिए क्या है मानक

गणतंत्र दिवस के मौके पर इस बार उत्तर प्रदेश सरकार 500 कैदियों की रिहाई पर काम कर रही है. वहीं जेल में बंद कैदियों की रिहाई के लिए 16 साल की सजा पूरा होना चाहिए. ऐसे कैदी जिनका चाल-चलन अच्छा हो, उनको प्राथमिकता दी जाती है. वहीं इस बार रिहाई के लिए ऐसे बंदियों को छांटा गया है, जिनमें महिला बंदी के साथ गंभीर रोग से पीड़ित और 80 साल से ज्यादा बुजुर्ग कैदी भी शामिल हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.