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लेवल 3 ग्रेड में शिफ्ट होने का इंतजार कर रहे लोकबंधु अस्पताल के 50 मरीज

लखनऊ में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. आलम यह है कि जिले के लोकबंधु अस्पताल में जरूरत के हिसाब से मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है. मरीजों को एल-3 ग्रेड अस्पताल की जरूरत है लेकिन बेड की कमी के कारण उन्हें मजबूरन एल-2 ग्रेड में ही रखा जा रहा है.

लोकबंधु अस्पताल लखनऊ
लोकबंधु अस्पताल लखनऊ
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Published : Apr 19, 2021, 1:14 AM IST

लखनऊ: जिले में कोरोना से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. ताजा मामला जिले के लोकबंधु अस्पताल का है जहां मरीजों को एल-3 ग्रेड की जरूरत है, लेकिन पर्याप्त बेड नहीं होने से मजबूरन उन्हें एल-2 ग्रेड में रखा जा रहा है. इससे मरीजों को मुकम्मल इलाज न मिलने से मौत का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है. वर्तमान में लोकबंधु अस्पताल में करीब 50 से अधिक मरीज ऐसे हैं जिन्हें एल-3 ग्रेड की जरूरत है, लेकिन कमी के कारण उन्हें एल-2 में रखा गया है.

अस्पताल प्रबंधन कर रहा बेड की कमी की बात
अस्पताल प्रशासन का कहना है कि एल-3 में मरीजों को भेजने की कोशिश की जा रही है. कई मरीज एल-2 में भर्ती हुए थे, लेकिन तबियत बिगड़ने की वजह से उन्हें एल-3 ग्रेड में शिफ्ट करने की जरूरत पड़ गई. एल-3 में बेड की कमी है इसलिए मरीजों को जबरन एल-2 में रखा जा रहा है जिससे उनकी हालत बिगड़ती जा रही है.

पढ़ें: प्रधान पद प्रत्याशी के बेटों की दबंगई, दूसरी प्रत्याशी के पति पर किया हमला

अस्पताल सीएमएस डाॅ अमिता के मुताबिक, लेवल 2 में आने वाले मरीज जल्द ही इस स्थिति में पहुंच जाते हैं कि उन्हें एल-3 ग्रेड में शिफ्ट करने की नौबत आ जाती है. यही कारण है कि बेड की कमी की समस्या झेलनी पड़ रही है.

लखनऊ: जिले में कोरोना से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. ताजा मामला जिले के लोकबंधु अस्पताल का है जहां मरीजों को एल-3 ग्रेड की जरूरत है, लेकिन पर्याप्त बेड नहीं होने से मजबूरन उन्हें एल-2 ग्रेड में रखा जा रहा है. इससे मरीजों को मुकम्मल इलाज न मिलने से मौत का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है. वर्तमान में लोकबंधु अस्पताल में करीब 50 से अधिक मरीज ऐसे हैं जिन्हें एल-3 ग्रेड की जरूरत है, लेकिन कमी के कारण उन्हें एल-2 में रखा गया है.

अस्पताल प्रबंधन कर रहा बेड की कमी की बात
अस्पताल प्रशासन का कहना है कि एल-3 में मरीजों को भेजने की कोशिश की जा रही है. कई मरीज एल-2 में भर्ती हुए थे, लेकिन तबियत बिगड़ने की वजह से उन्हें एल-3 ग्रेड में शिफ्ट करने की जरूरत पड़ गई. एल-3 में बेड की कमी है इसलिए मरीजों को जबरन एल-2 में रखा जा रहा है जिससे उनकी हालत बिगड़ती जा रही है.

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अस्पताल सीएमएस डाॅ अमिता के मुताबिक, लेवल 2 में आने वाले मरीज जल्द ही इस स्थिति में पहुंच जाते हैं कि उन्हें एल-3 ग्रेड में शिफ्ट करने की नौबत आ जाती है. यही कारण है कि बेड की कमी की समस्या झेलनी पड़ रही है.

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