लखनऊ : यूपी में कोरोना अभी नियंत्रण में है. वहीं नए स्ट्रेन की दस्तक अभी नहीं हुई है. बुधवार सुबह 5 नए मरीज पाए गए. वहीं फाइनल रिपोर्ट दोपहर बाद आएगी. उधर, लोहिया संस्थान में मेडिकल अफसर की भर्ती में गड़बड़ी के आरोप हैं. इसमें एमबीबीएस के बाद तीन वर्ष का अनुभव मांगा गया. वहीं परिणाम जारी होने पर वह पांच अभ्यर्थी भी शामिल हैं, जिन्होंने 2020 में एमबीबीएस किया. उधर अफसरों का दावा है कि तय मानक पूरा न करने वाले स्क्रीनिंग में बाहर हो जाएंगे.
यूपी में मंगलवार 1 लाख के 39 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए. इसमें 9 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई. वहीं 12 मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में देश में सर्वाधिक 8 करोड़ 85 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 42.3 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए. इसमें अब तक सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया.
अब सिर्फ 0.01 फीसद से कम पॉजिटीविटी रेट
मरीजों की कुल पॉजिटीविटी रेट 2.02 से अब 2 फीसद रह गई है. इसके अलावा राज्य में दैनिक पॉजिटीविटी रेट 0.01 फीसद है. जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत 1 फीसद रहा, जबकि जुलाई में 0.3 फीसद पॉजिटीविटी रेट की गई.
98.7 फीसद पर रिकवरी रेट
30 अप्रैल को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे. अब यह संख्या 132 हो गयी. वहीं रिकवरी रेट मार्च में जहां 98.2 फीसद थी.अप्रैल में घटकर 76 फीसद तक पहुंच गई. वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 98.7 फीसद हो गई है.
यूपी में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान जारी है. जनवरी से शुरू हुए टीकाकरण में अब मौके पर ही पंजीकरण कर डोज लगाई जा रही है. मंगलवार को कुल डोज 17 करोड़ पार कर गई. यह देश में सर्वाधिक है. प्रदेश में 18 वर्ष से ऊपर की 78.5 फीसद आबादी को पहली डोज लग गई है. 36.63 फीसद को दूसरी डोज लगीं. वहीं यूपी में वैक्सीन से वंचित रहे लोगों को घर-घर खोज की जा रही है. पहली और दूसरी डोज़ के छूटे लोगों की लिस्ट बनाकर डोज लगाई जा रही है. ऐसे ही दिव्यांग और निराश्रित लोगों को भी वैक्सीन की डोज़ देने के निर्देश दिए गए हैं.
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