लखनऊ: जिले के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान प्लूटो सभागार में संत कबीर राज्य हथकरघा पुरस्कार वितरण का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के खादी ग्राम उद्योग एवं रेशम मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह और राज्यमंत्री चौधरी उदय भान सिंह ने कारीगरों को प्रोत्साहन राशि की चेक सौंपी, वही हथकरघा पुरस्कार वितरण मे आए हुए कारीगरों को प्रतीक चिन्ह और अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया.
परिक्षेत्र स्तरीय पर 27 चयन किए गए बुनकरों को दी गई राशि
प्रथम पुरस्कार की धनराशि 20 हजार रुपये, द्वितीय पुरस्कार की दी गई धनराशि ₹15 हजार रुपये और तृतीय पुरस्कार के दी गई धनराशि 10 हजार रुपये प्रदान की गई, वहीं पुरस्कार के नगद राशि राशि के साथ -साथ अंग वस्त्र, शील्ड, प्रमाण पत्र प्रदान कर बुनकरों को सम्मानित किया गया. पूंजीगत ब्याज उत्पादन योजना के माध्यम से 32 लाभार्थी वस्त्र इकाइयों के बैंक खातों में कैबिनेट मंत्री ने 2 करोड़ 83 लाख 79 हजार 510 रुपये स्थानांतरित किए .राज्य स्तरीय पुरस्कार में शामिल प्रथम पुरस्कार की धनराशि एक लाख रुपये द्वितीय पुरस्कार के लिए दी गई धनराशि 50 हजार रुपये, वहीं तृतीय पुरस्कार के लिए 25 हजार रुपये की धनराशि प्रदान की गई,
राज्य स्तर पुरस्कार पाने वालों की श्रेणी
पुरस्कार पाने वाले बुनकरों को चार श्रेणियों में बांटा गया था. पहले श्रेणी में साड़ी ब्रोकेड ड्रेस मैटेरियल, द्वितीय श्रेणी में सूती दरी फूलन दरी आसनी दरेट, तृतीय श्रेणी में बेड शीट कवर, होम फर्निशिंग और चतुर्थ श्रेणी में स्टाल, स्कार्फ, गमछा के कुल कुल 12 हथकरघा पुरस्कार के लिए लोगों को चयनित किया गया था.
प्रथम श्रेणी में प्रथम पुरस्कार पाने वाले राकेश निवासी उमराहा जिला वाराणसी, द्वितीय श्रेणी में प्रथम पुरस्कार पाने वाली सीमा मौर्या निवासी ग्राम सरैया जिला सुल्तानपुर, तृतीय श्रेणी में प्रथम पुरस्कार पाने वाले गणेश प्रसाद निवासी पूरे कछवा जिला वाराणसी, चतुर्थ श्रेणी में प्रथम पुरस्कार पाने वाले कमलेश निवासी हाजीपुर जिला वाराणसी, इन सभी प्रथम पुरस्कार के चयनित बुनकरों को एक लाख रुपये का चेक देकर सम्मानित किया गया.
भारत सरकार द्वारा टेक्सटाइल सेक्टर में प्रचुर मात्रा में दक्ष मैन पावर की बढ़ावा बनाए रखने के लिए सामर्थ योजना के तहत 99 हजार लड़के और लड़कियों के प्रशिक्षण हेतु लक्ष्य निर्धारित किया गया, इस कार्यक्रम के दौरान उपस्थित मंत्री के द्वारा समर्थ योजना के अंतर्गत यूपिका के द्वारा प्रदेश के 10 जनपदों में संचालित प्रशिक्षण कार्यक्रम का वर्चुअल शुभारंभ भी किया गया.