लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के अगले ही दिन बलरामपुर अस्पताल को 300 बेड का आइसीयू अस्पताल बना दिया गया है. रविवार से यहां मरीजों की भर्ती भी शुरू कर दी गई. अस्पताल प्रबंधन के अनुसार शाम करीब 4 बजे से यहां मरीजों का आना शुरू हो गया. सौ से डेढ़ सौ मरीज आ चुके हैं. रात व सुबह तक अस्पताल लगभग फुल हो जाने का अनुमान है क्योंकि बहुत से मरीज वेटिंग में थे. उन्हें कहीं दूसरे अस्पतालों में जगह न होने से भर्ती नहीं किया जा रहा था.
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कोरोना के कारण बढ़ी मरीजों की मुश्किल
अब यह अस्पताल शुरू होने से कोरोना मरीजों की मुश्किलें काफी हद तक कम हो रही हैं. उधर एरा, इंटीग्रल व टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज में भी बेड बढ़ाए जाने का काम अंतिम चरण में है. इन अस्पतालों में भी काफी बेड पर मरीजों की भर्ती चालू हो चुकी है.
लखनऊ में एक अप्रैल के बाद से ही संक्रमण लगातार तेज रफ्तार से बढ़ रहा है. अब राजधानी में 24 घंटे में संक्रमित होने वाले मरीजों का आंकड़ा 4000 को पार कर चुका है. ऐसे में गंभीर मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है जिन्हें कोविड-19 अस्पताल में बेड न होने से भर्ती कराने में मुश्किलें आ रहीं थीं.
बलरामपुर अस्पताल में 250 बेड
बलरामपुर अस्पताल के प्रभारी डॉ. जीपी गुप्ता ने बताया कि अभी यहां पर 250 बेड सक्रिय किए गए हैं. बाकी 50 बेडों की सोमवार तक व्यवस्था कर दी जाएगी. बताया कि सभी 300 बेड आइसीयू के होंगे जिसमें मौजूदा वक्त में 20 वेंटिलेटर हैं. बताया कि कुछ और वेंटिलेटर की मांग सरकार से की गई है. इससे मरीजों की सहूलियत होगी.