लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय की इन हाउस इंटर्नशिप कर्मोदय योजना (In House Internship Karmoday Yojana) के तहत चयनित छात्रों को कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय (Vice Chancellor Professor Alok Kumar Rai) ने शनिवार को प्रमाण पत्र वितरित किए. इस योजना के तहत विश्वविद्यालय हर साल 30 छात्रों का चयन करता है. इन छात्रों को विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में काम कर अनुभव प्राप्त करने का मौका दिया जाता है. इस साल कर्मोदय योजना के तहत लखनऊ विश्वविद्यालय को 57 आवेदन प्राप्त हुए थे. जिसमें से 30 आवेदनों को चयनित किया गया.
कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय (Vice Chancellor Professor Alok Kumar Rai) ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (National Education Policy 2020) में 6 छात्रों के समग्र विकास एवं कौशल वर्धन (Holistic Development & Skill Enhancement) के अनेक मौके प्रदान कर रहा है. जिसके परिणाम छात्रों को आने वाले भविष्य में मिलेंगे. चयनित छात्रों ने बताया कि इस प्रकार की इंटर्नशिप कार्यक्रम से उन्हें कैंपस के भीतर ही पढ़ाई के साथ ही काफी कुछ सीखने में मदद मिलती है. ज्यादातर कंपनियां फ्रेशर्स उम्मीदवारों को भी इंटर्नशिप की अपेक्षा रहती है. इसके साथ ही उन्हें टीम में समय बाद तरीके से कार्य करने के साथ-साथ व्यक्तित्व विकास में भी काफी सहायता मिलती है.
डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रोफेसर पूनम टंडन (Dean Student Welfare Professor Poonam Tandon) ने बताया कि कर कर्मोदय योजना (Karmoday Yojana) में विश्वविद्यालय के सभी विषयों के अंतिम वर्ष के छात्र भाग ले सकते हैं. कर्मोदय योजना में इंटर्नशिप (Internship in Karmodaya Yojana) की अवधि 50 दिनों से लेकर 6 महीने तक होती है. इसके तहत छात्र-छात्राओं को अपने कौशल के अनुसार विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में काम करने का मौका मिलता है. पिछले साल शुरू हुए इस योजना में जितने छात्र चयनित हुए थे. इसमें से कुछ छात्रों को जब कैम्पस प्लेसमेंट का अवसर आया तो उन्हें इस इंटर्नशिप का काफी फायदा हुआ. जॉब देने आई कंपनियों ने छात्रों को इस इंटर्नशिप से मिले अनुभव को वेटेज देते हुए उन्हें अच्छे पैकेज ऑफर किए थे. इस इंटर्नशिप को पूरा करने के कारण छात्रों को अच्छे पैकेज मिलने लगे हैं.