लखनऊ: यूपीडा (उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण) ने कहा कि मेरठ से प्रयागराज तक 594 किमी लंबे प्रस्तावित एक्सेस कन्ट्रोल्ड ग्रीन फील्ड गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना पर बहुत तेजी से काम हो रहा है. इस परियोजना के लिए भूमि खरीद की कुल लागत 9,255 करोड़ में से यूपीडा द्वारा हडको से 2,900 करोड़ ऋण प्राप्त किया जा रहा है. यह ग्रीन फील्ड परियोजना उत्तर प्रदेश के 12 जनपदों की 30 तहसीलों से होकर निकलेगी. इस परियोजना के लिए 522 गांव की कुल 7,438 हेक्टेयर भूमि की खरीद की जाएगी.
बता दें कि गंगा एक्सप्रेस-वे के बनने से क्षेत्र के किसानों को अपनी फसल उत्पादन बाजार तक त्वरित गति से ले जाने में सहायता मिलेगी. इस ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना से इस क्षेत्र के लागों को अपने बीमार परिजनों को अल्प समय में अस्पताल तक ले जाने में सुविधा होगी. एक्सप्रेस-वे पर यात्रा करने से लोगों के समय और ईंधन की बचत और दुर्घटनाओं में कमी आएगी.
यूपीडा और हडको के बीच ऋण अनुबंध पर हुए हस्ताक्षर
मंगलवार को इस परियोजना के भूमि खरीद के लिए हडको से 2,900 करोड़ ऋण के लिए यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी और हडको के संयुक्त महाप्रबंधक (वित्त) रत्न प्रकाश ने ऋण अनुबंध पर हस्ताक्षर किए. इस अवसर पर यूपीडा के वित्त नियंत्रक विश्वजीत राय भी उपस्थित रहे.
यहां से यहां तक होगा निर्माण
गौरतलब है कि गंगा एक्सप्रेस-वे जनपद मेरठ से शुरू होकर हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ एवं प्रयागराज पर समाप्त होगा. मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुुए यह भरोसा दिलाया कि यूपीडा द्वारा गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण के शुरुआती दौर की प्रक्रियाओं को शीघ्र पूरा करके एक्सप्रेस-वे से संबंधित भूमि अधिग्रहण व खरीद का कार्य शुरू करने की दिशा में और तीव्रता से कार्य किया जा रहा है.