लखनऊ: कोरोना वायरस से जंग में यूपी पुलिस महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही है. एक ओर यूपी में लगातार कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है तो वहीं दूसरी ओर लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराने के लिए पुलिस मुस्तैद है. कुछ लोग लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने में पीछे नहीं हट रहे हैं. ऐसे लोग के खिलाफ पुलिस कठोर कार्रवाई कर रही है. लॉकडाउन का पालन न करने वालों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए यूपी के विभिन्न जनपदों में 29,192 मामले दर्ज किए हैं.
पुलिस ने वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 5,97,144 वाहनों के चालान काटे हैं. वहीं 30,631 वाहनों को सीज किया जा चुका है. लॉकडाउन के दौरान वाहनों के खिलाफ की गई कार्रवाई के तहत 11 करोड़ 28 लाख 74 हजार 682 रुपये शुल्क वसूला गया है. पुलिस ने हिंसा करने व प्रतिबंधित सामग्री की बिक्री करने को लेकर भारी संख्या में आपदा प्रबंधन एक्ट, महामारी अधिनियम के तहत भी एफआईआर दर्ज की हैं.
यूपी में लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर अब तक 29,192 एफआईआर दर्ज - लखनऊ में लॉकडाउन के नियम को लेकर प्रशासन हुआ अलर्ट
उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पुलिस सख्ती से पेश आ रही है. यूपी के विभिन्न जिलों में अब तक कुल 29,192 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं.
![यूपी में लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर अब तक 29,192 एफआईआर दर्ज लॉकडाउन के नियम को लेकर प्रशासन हुआ अलर्ट](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-6929875-773-6929875-1587752138807.jpg?imwidth=3840)
लखनऊ: कोरोना वायरस से जंग में यूपी पुलिस महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही है. एक ओर यूपी में लगातार कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है तो वहीं दूसरी ओर लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराने के लिए पुलिस मुस्तैद है. कुछ लोग लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने में पीछे नहीं हट रहे हैं. ऐसे लोग के खिलाफ पुलिस कठोर कार्रवाई कर रही है. लॉकडाउन का पालन न करने वालों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए यूपी के विभिन्न जनपदों में 29,192 मामले दर्ज किए हैं.
पुलिस ने वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 5,97,144 वाहनों के चालान काटे हैं. वहीं 30,631 वाहनों को सीज किया जा चुका है. लॉकडाउन के दौरान वाहनों के खिलाफ की गई कार्रवाई के तहत 11 करोड़ 28 लाख 74 हजार 682 रुपये शुल्क वसूला गया है. पुलिस ने हिंसा करने व प्रतिबंधित सामग्री की बिक्री करने को लेकर भारी संख्या में आपदा प्रबंधन एक्ट, महामारी अधिनियम के तहत भी एफआईआर दर्ज की हैं.