लखनऊ : राजधानी पुलिस को चकमा देकर फरार 25 हजार रुपये का इनामी अपराधी एक महीने में दो बार फरार हो चुका है. पुलिस की मुस्तैदी का आलम यह है कि दो दो बार कस्टडी से भागने वाले अपराधी को अबतक गिरफ्तार नहीं कर सकी है. पहली बार बीते 4 नवंबर को जिला सत्र न्यायालय में पेशी के दौरान पुलिस को चकमा देकर भागे अपराधी को वजीरगंज पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन जेल भेजने से पहले वह फिर भाग निकला. इस बार उसे भागे हुए तीन दिन बीत चुके हैं.
जानकारी के अनुसार लखीमपुर निघासन (Lakhimpur Nighasan) निवासी विवेक मौर्या उर्फ़ विपिन को बीकेटी पुलिस (BKT Police) ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था. 4 नवंबर को विवेक की पेशी एडीजे 19 कोर्ट में थी. सिपाही अरुण कुमार और शुभम कुमार (Constables Arun Kumar and Shubham Kumar) उसे लेकर कोर्ट जा रहे थे. उसी दौरान विपिन चकमा देकर भाग निकला था. बंदी विवेक के फरार होने पर एसआई दुर्गेश पांडे (SI Durgesh Pandey) ने मुकदमा दर्ज कराया था. इसके बाद आरोपी की तलाश की जा रही थी. इसी बीच बीते शनिवार को आरोपी के लखनऊ में होने का पता चलने पर पुलिस ने उसे दबोच लिया. इंस्पेक्टर ने बताया था कि विवेक जहरखुरानी का गिरोह (gang of poisoners) चलाता है. विवेक मौर्या के खिलाफ लखीमपुर के थाना निघासन, सदर, पलिया, सिंगाही, गोला, खीरी सहित लखनऊ के बीकेटी वजीरगंज में 22 मामले दर्ज हैं. इसके बाद विवेक 18 दिसंबर को वजीरगंज पुलिस की कस्टडी से फरार हो गया है. इसको लेकर पुलिस की मुस्तैदी पर सवाल खड़े हो रहे हैं. कई दिन बीत गए हैं, लेकिन विवेक अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है. वहीं पूरे मामले में जिम्मेदार अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है.
बता दें, 17 दिसंबर को वजीरगंज पुलिस (Wazirganj Police) ने विवेक मौर्य और प्रवीण को पुलिस अभिरक्षा से भाग जाने पर गिरफ्तार करने वाली टीम को डीसीपी पश्चिम एस चिनप्पा ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. 17 दिसंबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद आरोपी विपिन मौर्या को 18 दिसंबर को दोबारा कोर्ट ले जाते समय वह पुलिस को चकमा देकर भाग गया. पुलिस के अनुसार उसके खिलाफ अलग-अलग थानों में करीब 22 मुकदमे भी दर्ज हैं.
25 हजार का इनामी दो दो बार कस्टडी से फरार, लखनऊ की हाईटेक पुलिस लाचार - कस्टडी से फरार
राजधानी पुलिस को चकमा देकर फरार 25 हजार रुपये का इनामी अपराधी एक महीने में दो बार फरार हो चुका है. पुलिस की मुस्तैदी का आलम यह है कि दो दो बार कस्टडी से भागने वाले अपराधी को अबतक गिरफ्तार नहीं कर सकी है.
लखनऊ : राजधानी पुलिस को चकमा देकर फरार 25 हजार रुपये का इनामी अपराधी एक महीने में दो बार फरार हो चुका है. पुलिस की मुस्तैदी का आलम यह है कि दो दो बार कस्टडी से भागने वाले अपराधी को अबतक गिरफ्तार नहीं कर सकी है. पहली बार बीते 4 नवंबर को जिला सत्र न्यायालय में पेशी के दौरान पुलिस को चकमा देकर भागे अपराधी को वजीरगंज पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन जेल भेजने से पहले वह फिर भाग निकला. इस बार उसे भागे हुए तीन दिन बीत चुके हैं.
जानकारी के अनुसार लखीमपुर निघासन (Lakhimpur Nighasan) निवासी विवेक मौर्या उर्फ़ विपिन को बीकेटी पुलिस (BKT Police) ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था. 4 नवंबर को विवेक की पेशी एडीजे 19 कोर्ट में थी. सिपाही अरुण कुमार और शुभम कुमार (Constables Arun Kumar and Shubham Kumar) उसे लेकर कोर्ट जा रहे थे. उसी दौरान विपिन चकमा देकर भाग निकला था. बंदी विवेक के फरार होने पर एसआई दुर्गेश पांडे (SI Durgesh Pandey) ने मुकदमा दर्ज कराया था. इसके बाद आरोपी की तलाश की जा रही थी. इसी बीच बीते शनिवार को आरोपी के लखनऊ में होने का पता चलने पर पुलिस ने उसे दबोच लिया. इंस्पेक्टर ने बताया था कि विवेक जहरखुरानी का गिरोह (gang of poisoners) चलाता है. विवेक मौर्या के खिलाफ लखीमपुर के थाना निघासन, सदर, पलिया, सिंगाही, गोला, खीरी सहित लखनऊ के बीकेटी वजीरगंज में 22 मामले दर्ज हैं. इसके बाद विवेक 18 दिसंबर को वजीरगंज पुलिस की कस्टडी से फरार हो गया है. इसको लेकर पुलिस की मुस्तैदी पर सवाल खड़े हो रहे हैं. कई दिन बीत गए हैं, लेकिन विवेक अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है. वहीं पूरे मामले में जिम्मेदार अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है.
बता दें, 17 दिसंबर को वजीरगंज पुलिस (Wazirganj Police) ने विवेक मौर्य और प्रवीण को पुलिस अभिरक्षा से भाग जाने पर गिरफ्तार करने वाली टीम को डीसीपी पश्चिम एस चिनप्पा ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. 17 दिसंबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद आरोपी विपिन मौर्या को 18 दिसंबर को दोबारा कोर्ट ले जाते समय वह पुलिस को चकमा देकर भाग गया. पुलिस के अनुसार उसके खिलाफ अलग-अलग थानों में करीब 22 मुकदमे भी दर्ज हैं.