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अमृत मिशन के तहत 211 प्रोजेक्ट पूरे, 68 पर चल रहा काम

शहरों व कस्बों में बुनियादी सुधार और सुविधाएं पहुंचाने के लिए शुरू की गई अमृत मिशन (Amrit Mission) को उत्तर प्रदेश में युद्धस्तर पर लागू किया जा रहा है. इसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं. प्रदेश में स्वीकृत कुल 279 प्रोजेक्ट्स में से 211 को पूर्ण कर लिया गया है.

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Published : Oct 27, 2022, 6:37 PM IST

लखनऊ. शहरों व कस्बों में बुनियादी सुधार और सुविधाएं पहुंचाने के लिए शुरू की गई अमृत मिशन (Amrit Mission) को उत्तर प्रदेश में युद्धस्तर पर लागू किया जा रहा है. इसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं. प्रदेश में स्वीकृत कुल 279 प्रोजेक्ट्स में से 211 को पूर्ण कर लिया गया है. इन पूर्ण हुए प्रोजेक्ट्स की कुल लागत 5288.29 करोड़ रुपए है. वहीं, 68 प्रोजेक्ट्स पर अब भी कार्य चल रहा है, जिनमें से 43 प्रोजेक्ट्स को आगामी 6 माह में पूर्ण किए जाने का लक्ष्य रखा गया है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने जून 2015 में अमृत मिशन का शुभारंभ किया था. पीएम मोदी की मंशा के अनुरूप सीएम योगी ने मिशन मोड में इस योजना को उत्तर प्रदेश में शुरू किया है.


मुख्य सचिव डीएस मिश्रा के समक्ष अमृत मिशन को लेकर हुई समीक्षा बैठक में कार्य की प्रगति का पूरा खाका रखा गया. इसके अनुसार जो 211 प्रोजेक्ट पूर्ण हुए हैं, उनमें सबसे ज्यादा 140 प्रोजेक्ट्स वाटर सप्लाई से जुड़े हैं. इनकी कुल लागत 2034.16 करोड़ रुपए है. इसके अलावा सीवरेज से जुड़े 3254.13 करोड़ के 71 प्रोजेक्ट्स भी पूरे किए जा चुके हैं. जिन 43 प्रोजेक्ट्स को अगले 6 माह में पूर्ण किए जाने का लक्ष्य रखा गया है, उनमें 24 वाटर सप्लाई, 16 सीवरेज और तीन सेप्टेज से जुड़े हैं.



वाटर सप्लाई और सीवरेज स्कीम से जुड़े 211 प्रोजेक्ट्स पूरे हुए हैं तो 12 प्रोजेक्ट्स ऐसे हैं जिनमें 90 प्रतिशत से अधिक कार्य हो चुका है. वहीं, 23 प्रतिशत स्कीम्स ऐसी हैं जिनका 75 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो चुका है तो 16 स्कीम्स में 50 प्रतिशत से अधिक कार्य हुआ है. 12 स्कीम्स में 25 प्रतिशत से अधिक तो 5 स्कीम्स में 25 प्रतिशत से कम काम हुआ है. मंडलों की बात करें तो सबसे ज्यादा काम गाजियाबाद मंडल में हुआ है. यहां 58 स्कीम्स 100 प्रतिशत पूर्ण हो चुकी हैं, जबकि 3 स्कीम 90 प्रतिशत, 2 स्कीम 75 से 90 प्रतिशत और 2 स्कीम 25 प्रतिशत तक पूरी हुई हैं. इसके बाद लखनऊ मंडल की बारी आती है जहां 41 स्कीम 100 प्रतिशत पूर्ण हो चुकी हैं तो 3 स्कीम 90 प्रतिशत से अधिक, 4 स्कीम 75 प्रतिशत से अधिक, 6 स्कीम 50 प्रतिशत से अधिक और 2 स्कीम 25 प्रतिशत से अधिक कार्य पूर्ण कर चुकी हैं. आगरा जोन में 34, गोरखपुर जोन में 26, कानपुर जोन में 21 और प्रयागराज जोन में 31 स्कीम्स 100 प्रतिशत पूर्ण हो चुकी हैं.


इस योजना के तहत घरेलू कनेक्शन की बात करें तो वाटर सप्लाई के लिए 10.44 लाख का लक्ष्य रखा गया था, जिसके तहत 8.40 लाख घरेलू कनेक्शन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, जबकि 2.04 लाख कनेक्शन का कार्य अभी लंबित है. वहीं, सीवरेज कनेक्शन के लिए 8.38 लाख कनेक्शन का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें 5.73 लाख घरेलू कनेक्शन दे दिए गए हैं तो 2.65 लाख कनेक्शन का कार्य प्रगति पर है.

यह भी पढ़ें : ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले उद्यमियों को बड़ी सहूलियत देने की तैयारी, सरकार करने जा रही ये काम

लखनऊ. शहरों व कस्बों में बुनियादी सुधार और सुविधाएं पहुंचाने के लिए शुरू की गई अमृत मिशन (Amrit Mission) को उत्तर प्रदेश में युद्धस्तर पर लागू किया जा रहा है. इसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं. प्रदेश में स्वीकृत कुल 279 प्रोजेक्ट्स में से 211 को पूर्ण कर लिया गया है. इन पूर्ण हुए प्रोजेक्ट्स की कुल लागत 5288.29 करोड़ रुपए है. वहीं, 68 प्रोजेक्ट्स पर अब भी कार्य चल रहा है, जिनमें से 43 प्रोजेक्ट्स को आगामी 6 माह में पूर्ण किए जाने का लक्ष्य रखा गया है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने जून 2015 में अमृत मिशन का शुभारंभ किया था. पीएम मोदी की मंशा के अनुरूप सीएम योगी ने मिशन मोड में इस योजना को उत्तर प्रदेश में शुरू किया है.


मुख्य सचिव डीएस मिश्रा के समक्ष अमृत मिशन को लेकर हुई समीक्षा बैठक में कार्य की प्रगति का पूरा खाका रखा गया. इसके अनुसार जो 211 प्रोजेक्ट पूर्ण हुए हैं, उनमें सबसे ज्यादा 140 प्रोजेक्ट्स वाटर सप्लाई से जुड़े हैं. इनकी कुल लागत 2034.16 करोड़ रुपए है. इसके अलावा सीवरेज से जुड़े 3254.13 करोड़ के 71 प्रोजेक्ट्स भी पूरे किए जा चुके हैं. जिन 43 प्रोजेक्ट्स को अगले 6 माह में पूर्ण किए जाने का लक्ष्य रखा गया है, उनमें 24 वाटर सप्लाई, 16 सीवरेज और तीन सेप्टेज से जुड़े हैं.



वाटर सप्लाई और सीवरेज स्कीम से जुड़े 211 प्रोजेक्ट्स पूरे हुए हैं तो 12 प्रोजेक्ट्स ऐसे हैं जिनमें 90 प्रतिशत से अधिक कार्य हो चुका है. वहीं, 23 प्रतिशत स्कीम्स ऐसी हैं जिनका 75 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो चुका है तो 16 स्कीम्स में 50 प्रतिशत से अधिक कार्य हुआ है. 12 स्कीम्स में 25 प्रतिशत से अधिक तो 5 स्कीम्स में 25 प्रतिशत से कम काम हुआ है. मंडलों की बात करें तो सबसे ज्यादा काम गाजियाबाद मंडल में हुआ है. यहां 58 स्कीम्स 100 प्रतिशत पूर्ण हो चुकी हैं, जबकि 3 स्कीम 90 प्रतिशत, 2 स्कीम 75 से 90 प्रतिशत और 2 स्कीम 25 प्रतिशत तक पूरी हुई हैं. इसके बाद लखनऊ मंडल की बारी आती है जहां 41 स्कीम 100 प्रतिशत पूर्ण हो चुकी हैं तो 3 स्कीम 90 प्रतिशत से अधिक, 4 स्कीम 75 प्रतिशत से अधिक, 6 स्कीम 50 प्रतिशत से अधिक और 2 स्कीम 25 प्रतिशत से अधिक कार्य पूर्ण कर चुकी हैं. आगरा जोन में 34, गोरखपुर जोन में 26, कानपुर जोन में 21 और प्रयागराज जोन में 31 स्कीम्स 100 प्रतिशत पूर्ण हो चुकी हैं.


इस योजना के तहत घरेलू कनेक्शन की बात करें तो वाटर सप्लाई के लिए 10.44 लाख का लक्ष्य रखा गया था, जिसके तहत 8.40 लाख घरेलू कनेक्शन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, जबकि 2.04 लाख कनेक्शन का कार्य अभी लंबित है. वहीं, सीवरेज कनेक्शन के लिए 8.38 लाख कनेक्शन का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें 5.73 लाख घरेलू कनेक्शन दे दिए गए हैं तो 2.65 लाख कनेक्शन का कार्य प्रगति पर है.

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