लखनऊ: साल 2019 बीतने में अभी कुछ ही दिन का समय है, लेकिन यूपी की सियासत में बीजेपी के लिए यह साल ऐतिहासिक साबित हुआ है. 2019 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया था, जिसकी बदौलत ही एक बार फिर केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनी.
54 लाख नए सदस्यों ने थामा बीजेपी का हाथ
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के सदस्यता अभियान में काफी संख्या में लोगों ने बीजेपी का दामन थामा. तकरीबन 54 लाख नए सदस्य पार्टी से जुड़े, जिससे प्रदेश में बीजेपी के सदस्यों की संख्या डेढ़ करोड़ के पार पहुंच गई. विरोधी पार्टी के कई बड़े नेताओं ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की. इन नेताओं के आने से राज्य में बीजेपी की स्थिति काफी मजबूत हुई.
उपचुनाव में चमका बीजेपी का सिक्का
यूपी विधानसभा के उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने सपा-बसपा को हराकर 8 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की. पार्टी के संगठन सदस्यता अभियान
ने बीजेपी की शानदार जीत में अहम भूमिका निभाई. सरकार और जनता के बीच अच्छे संबंधों के चलते सपा-बसपा जैसी विरोधी पार्टी को बीजेपी ने चारों खाने चित्त कर दिया.
स्वतंत्र देव सिंह को मिली प्रदेश की कमान
जुलाई महीने में भारतीय जनता पार्टी को स्वतंत्र देव सिंह के रूप में नए प्रदेश अध्यक्ष मिले, तो वहीं सुनील बंसल को प्रदेश महामंत्री की कमान मिली. इन दोनों नेताओं के मेहनत से ही राज्य में बीजेपी की स्थिति और मजबूत हो गई. यही नहीं प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी अपने संगठनात्मक कामकाज के लिहाज से भी विपक्षी दलों से आगे रही.
उत्तर प्रदेश ने बढ़ाई राज्यसभा में सीटें
सदस्यता अभियान के लिहाज से 2019 बीजेपी के लिए यादगार साल रहा. विरोधी पार्टी के कई दिग्गज नेताओं ने बीजेपी का दामन थामा.
नीरज शेखर और संजय सेठ जैसे समाजवादी पार्टी के बड़े नेता सपा छोड़कर बीजेपी के नाव पर सवार हो गए. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी कांग्रेस को बाय-बाय कहते बीजेपी की सदस्य़ता ग्रहण की.
लोकतांत्रिक पार्टी है बीजेपी
लगातर अपने संगठन के काम के माध्यम से बीजेपी ने लोगों के दिलों में जगह बनाई, जिसका फायदा पार्टी को 2019 के लोकसभा और राज्य के उपचुनाव में मिला. पार्टी ने सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई.
जागरुकता अभियान ने दिलाई जीत
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर राज्य में तमाम जगहों पर हिंसा और आगजनी की घटनाएं घटी. तो भारतीय जनता पार्टी ने पंचायत स्तर पर लोगों को जागरुक करने के साथ-साथ नागरिकता संशोधन कानून को लेकर भ्रम दूर करने के लिए अभियान चलाया.