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AKTU : यूपी के 20 स्टार्टअप को ऑस्ट्रिया में बिजनेस करने का मौका, रहने की भी व्यवस्था करेगी वहां की सरकार - डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय

यूपी के स्टार्टअप को ऑस्ट्रिया में जाकर बिजनेस को समझने और काम करने का मौका (business in Austria) मिलेगा. इसके लिए ऑस्ट्रिया की टीम 20 स्टार्टअप का चयन करेगी. इसके अलावा सभी चयनित 20 स्टार्टअप को ऑस्ट्रिया सरकार की तरफ से दो हजार यूरो की फाइनेंशियली मदद भी की जाएगी.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 2, 2023, 8:29 PM IST

Updated : Dec 3, 2023, 6:26 AM IST

लखनऊ : डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) के इनोवेशन हब की ओर से शनिवार को कुलपति प्रो. जेपी पांडेय के निर्देशन में यूपी ऑस्ट्रिया स्टार्टअप एक्सचेंज कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान एकेटीयू के कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडे ने कहा कि 'एकेटीयू के इन्नोवेशन हब के तहत संचालित स्टार्टअप को आगे बढ़ाने का एक बेहतर मौका मिलने जा रहा है. उत्तर प्रदेश में शुरू हुए इन स्टार्टअप को अब ऑस्ट्रिया जैसे देश में जाकर वहां के बिजनेस को समझने और वहां के स्टार्टअप के इको सिस्टम को समझने के साथ उसके अनुरूप काम करने का भी मौका मिलेगा. इसके लिए ऑस्ट्रिया देश उत्तर प्रदेश में चल रहे स्टार्टअप में से 20 स्टार्टअप को अपने यहां पर आकर काम करने और वहां के माहौल को समझने का मौका देगी.'

दो हजार यूरो की फाइनेंशियली मदद की जाएगी : विश्वविद्यालय के कुलपति ने बताया कि 'इन सभी चयनित स्टार्टअप को ऑस्ट्रिया में एक महीने तक रहने की पूरी व्यवस्था के साथ ही वहां पर काम करने के लिए सभी जरूरी चीज वहां की सरकार की ओर से मुहैया कराई जाएगी. इसके अलावा सभी चयनित 20 स्टार्टअप को ऑस्ट्रिया सरकार की तरफ से दो हजार यूरो की फाइनेंशियली मदद भी की जाएगी.' इस कार्यक्रम में ऑस्ट्रिया के डिप्टी ट्रेड कमिश्नर बर्न्ट एन्डरसन सहित वहां के स्टार्टअप की दस सदस्यीय टीम मौजूद रही. इस प्रोग्राम में उत्तर प्रदेश की करीब 70 स्टार्टअप ने भी हिस्सा लिया. प्रोफेसर जेपी पांडे ने बताया कि 'चयनित सभी 20 स्टार्टअप्स को शुरुआत के एक महीने वहां रहने की व्यवस्था सरकार की तरफ से की जा रही है. अगर एक महीना पूरा होने के बाद यदि कोई स्टार्टअप वहां रुककर अपने बिजनेस को और आगे बढ़ना चाहता है तो वहां की सरकार की तरफ से उसे हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.'

प्रक्रिया के आधार पर किया जाएगा चयन : कुलपति ने बताया कि 'इस योजना के लिए प्रदेश संचालित सभी स्टार्टअप का चयन प्रक्रिया के आधार पर किया जाएगा. उन्होंने बताया कि स्टार्टअप का चयन विभिन्न स्तरों पर परखने के बाद ऑस्ट्रिया की टीम जल्द ही इनोवेशन हब के माध्यम से करेगी. इस कार्यक्रम में ऑस्ट्रिया और यूपी के स्टार्टअप ने अपने आइडिया को वहां मौजूद अधिकारियों के सामने रखा. इसके बाद राउंड टेबल डिस्कशन का भी आयोजन किया गया. इसमें दोनों पक्षों ने अपने यहां स्टार्टअप को दी जाने वाली सुविधाओं, फंड, योजनाओं नीतियों और उसे जुड़ी सभी जानकारियों को साझा किया. इस मौके पर एसटीपीआई ने एसटीपीआई द्वारा लांच की गई लीप अहेड योजना की जानकारी स्टार्टअप्स को दी. इसके तहत स्टार्टअप्स को एक करोड़ की फंडिंग दी जाएगी. इस दौरान विश्वविद्यालय के एक स्टार्टअप फाउंडर कोड टेक्नॉलजी द्वारा एप्टेक कॉन्टेस्ट की घोषणा की गई. जिसमें स्टार्टअप्स को निःशुल्क वेबसाइट और ऐप बनवाने का अवसर मिलेगा. इस मौके पर यूपीएलसी की विशेष सचिव नेहा जैन ने प्रदेश सरकार की ओर से स्टार्टअप के लिए चलाई जा रही योजनाओं और फंड की जानकारी दी.

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यह भी पढ़ें : आपदा से निपटने के लिए यूपी सरकार ने तीन एसडीआरएफ यूनिट किए गठन

लखनऊ : डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) के इनोवेशन हब की ओर से शनिवार को कुलपति प्रो. जेपी पांडेय के निर्देशन में यूपी ऑस्ट्रिया स्टार्टअप एक्सचेंज कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान एकेटीयू के कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडे ने कहा कि 'एकेटीयू के इन्नोवेशन हब के तहत संचालित स्टार्टअप को आगे बढ़ाने का एक बेहतर मौका मिलने जा रहा है. उत्तर प्रदेश में शुरू हुए इन स्टार्टअप को अब ऑस्ट्रिया जैसे देश में जाकर वहां के बिजनेस को समझने और वहां के स्टार्टअप के इको सिस्टम को समझने के साथ उसके अनुरूप काम करने का भी मौका मिलेगा. इसके लिए ऑस्ट्रिया देश उत्तर प्रदेश में चल रहे स्टार्टअप में से 20 स्टार्टअप को अपने यहां पर आकर काम करने और वहां के माहौल को समझने का मौका देगी.'

दो हजार यूरो की फाइनेंशियली मदद की जाएगी : विश्वविद्यालय के कुलपति ने बताया कि 'इन सभी चयनित स्टार्टअप को ऑस्ट्रिया में एक महीने तक रहने की पूरी व्यवस्था के साथ ही वहां पर काम करने के लिए सभी जरूरी चीज वहां की सरकार की ओर से मुहैया कराई जाएगी. इसके अलावा सभी चयनित 20 स्टार्टअप को ऑस्ट्रिया सरकार की तरफ से दो हजार यूरो की फाइनेंशियली मदद भी की जाएगी.' इस कार्यक्रम में ऑस्ट्रिया के डिप्टी ट्रेड कमिश्नर बर्न्ट एन्डरसन सहित वहां के स्टार्टअप की दस सदस्यीय टीम मौजूद रही. इस प्रोग्राम में उत्तर प्रदेश की करीब 70 स्टार्टअप ने भी हिस्सा लिया. प्रोफेसर जेपी पांडे ने बताया कि 'चयनित सभी 20 स्टार्टअप्स को शुरुआत के एक महीने वहां रहने की व्यवस्था सरकार की तरफ से की जा रही है. अगर एक महीना पूरा होने के बाद यदि कोई स्टार्टअप वहां रुककर अपने बिजनेस को और आगे बढ़ना चाहता है तो वहां की सरकार की तरफ से उसे हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.'

प्रक्रिया के आधार पर किया जाएगा चयन : कुलपति ने बताया कि 'इस योजना के लिए प्रदेश संचालित सभी स्टार्टअप का चयन प्रक्रिया के आधार पर किया जाएगा. उन्होंने बताया कि स्टार्टअप का चयन विभिन्न स्तरों पर परखने के बाद ऑस्ट्रिया की टीम जल्द ही इनोवेशन हब के माध्यम से करेगी. इस कार्यक्रम में ऑस्ट्रिया और यूपी के स्टार्टअप ने अपने आइडिया को वहां मौजूद अधिकारियों के सामने रखा. इसके बाद राउंड टेबल डिस्कशन का भी आयोजन किया गया. इसमें दोनों पक्षों ने अपने यहां स्टार्टअप को दी जाने वाली सुविधाओं, फंड, योजनाओं नीतियों और उसे जुड़ी सभी जानकारियों को साझा किया. इस मौके पर एसटीपीआई ने एसटीपीआई द्वारा लांच की गई लीप अहेड योजना की जानकारी स्टार्टअप्स को दी. इसके तहत स्टार्टअप्स को एक करोड़ की फंडिंग दी जाएगी. इस दौरान विश्वविद्यालय के एक स्टार्टअप फाउंडर कोड टेक्नॉलजी द्वारा एप्टेक कॉन्टेस्ट की घोषणा की गई. जिसमें स्टार्टअप्स को निःशुल्क वेबसाइट और ऐप बनवाने का अवसर मिलेगा. इस मौके पर यूपीएलसी की विशेष सचिव नेहा जैन ने प्रदेश सरकार की ओर से स्टार्टअप के लिए चलाई जा रही योजनाओं और फंड की जानकारी दी.

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Last Updated : Dec 3, 2023, 6:26 AM IST
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