लखनऊ: अब यूरिया की कालाबाजारी करने वालों की खैर नहीं. क्योंकि प्रदेश की योगी सरकार ने अब यूरिया की कालाबाजारी और किल्लत की शिकायतों को देखते हुए आदेश दिया है कि जिले स्तर पर 20 बड़े यूरिया के खरीदारों की जांच कराई जाए. जांच से यह पता चल सकेगा कि खरीदी गई यूरिया खेत के काम में प्रयोग की गई है या कालाबाजारी के लिए. खरीफ के सीजन में यूरिया की बड़े पैमाने पर किल्लत हुई है, जिसके चलते किसानों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
कृषि विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह जिला स्तर पर 20 उर्वरक के खरीदारों को चिन्हित करके उनकी जांच कराएं.
20 बड़े उर्वरक के खरीदारों होगी जांच
खरीफ के सीजन में यूरिया की किल्लत हुई थी, जिसके चलते किसानों को सरकारी समितियों के माध्यम से यूरिया की आपूर्ति सुचारू ढंग से नहीं हो पाई. वहीं, रबी की फसलों के लिए यूरिया की कोई किल्लत ना हो. इसके लिए कालाबाजारी रोकने के लिए प्रदेश की योगी सरकार ने कड़ा कदम उठाया है. अब जिले स्तर पर उर्वरक के 20 बड़े खरीदारों की जिला अधिकारी जांच कराएं, जिससे यह पता चल सकेगा कि उर्वरक का उपयोग खेत के लिए किया गया है या बेचने के लिए.
अपर मुख्य सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने बताया की प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि यूरिया के 20 बड़े खरीदारों को चिन्हित करके उनकी जांच कराएं.
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