लखनऊ: राजधानी के गोमती नगर थाना में अनी बुलियन कंपनी (Anee Bullion company) के मालिक और दो भाइयों समेत 11 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. आरोप है कि इन आरोपियों द्वारा दो करोड़ दस लाख रुपये लोगों से हड़प लिए हैं. पीड़ितों ने कोर्ट के आदेश पर यह मुकदमा गोमती नगर थाना में लिखाया है. कोर्ट के आदेश के बाद गोमती नगर थाने में 10 पीड़ितों ने शिकायती पत्र देकर अनी बुलियन कंपनी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है. पीड़ितों का आरोप है कि कंपनी द्वारा लुभावनी स्कीम में निवेश करने पर हर साल 40% मुनाफा देने का झांसा दिया गया था. उसके बाद आरोपियों ने दूसरी संस्था बनाकर फर्जी बांड निवेशकों को दे दिया था. निवेशकों द्वारा निवेश की गई रकम भी नहीं लौटाई गई. निवेशकों ने जब अपनी निवेश की हुई रकम वापस मांगी तो उनको धमकाया जाने लगा.
मिली जानकारी के मुताबिक, अमेठी के रहने वाले अतुल कौशल ने बताया कि उनको कुछ साल पहले ही अनी बुलियन कंपनी की योजना के बारे में जानकारी हुई थी. अतुल कौशक ने अनी बुलियन कंपनी के पदाधिकारियों के झांसे में आने के बाद पदाधिकारी रवि कौशल, पूरन कौशल, हरि नारायण सिंह और शिव बहादुर यादव के साथ कंपनी के मालिक अजीत गुप्ता से मुलाकात की थी. पीड़ित की माने तो अजीत कुमार गुप्ता ने रियल एस्टेट के अलावा बुलियन व्यापार, शेयर मार्केट, हीरे के व्यापार में निवेश करने की बात कही थी. पीड़ित को अजीत गुप्ता ने झांसे में लेने के लिए यह बात कहा था. पीड़ित को उसके निवेश का हर प्रतिमाह 40% मुनाफा देने का झांसा दिया था. इसके लालच में अतुल कौशल आ गए. उसके बाद ही निवेशकों ने दो करोड़ दस लाख रुपये अनी बुलियन कंपनी में निवेश कर दिया. कंपनी में भुगतान का समय पूरा होने पर विराट खंड स्थित कंपनी के द्वार पर जब निवेशक पहुंचे, तो उनको रकम नहीं लौटाई गई. निवेशकों ने जब रकम लौटने का दबाव बनाने की कोशिश की तो उनको धमकी दी जाने लगी. पीड़ितों का आरोप है कि यह घटना होने के बाद उन्होंने पुलिस से मदद मांगी, तो उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई. इसके बाद ही उन्होंने कोर्ट का सहारा लेकर मुकदमा दर्ज कराया है.
गोमतीनगर इंस्पेक्टर केशव कुमार तिवारी की माने तो कोर्ट के आदेश के बाद अनी बुलियन कंपनी के मालिक अजीत गुप्ता व सदस्य रामगोपाल, विष्णु गुप्ता, अंजनी कौशल, संतोष गुप्ता, अजय उपाध्याय, नीलम कौशल, उसके पति ज्ञान चंद्र कौशल व शिव कुमार गोस्वामी के खिलाफ धोखाधड़ी व धमकी देने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. इंस्पेक्टर ने कहा कि हरिप्रसाद ने अपने शिकायती पत्र में 14 लाख रुपये निवेश करने की बात कही है.
अमित कुमार ने 22 लाख 30 हजार रुपया, योगेंद्र गुप्ता ने 10 लाख 59 हजार रुपया, राहुल कौशल ने दो लाख रुपये, अवधेश कुमार ने 10 लाख रुपया निवेश किया था. इसके साथ ही अनी बुलियन कंपनी में अन्य निवेशकों ने भी भारी मात्रा में रकम निवेश की है. फिलहाल पीड़ितों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. पुलिस मामले पर आगे की कार्रवाई करने में जुटी है.
पढ़ें-धोखाधड़ी के मामले में अनी बुलियन कंपनी के निदेशकों पर FIR दर्ज