लखनऊ: राजधानी के विभूति खंड में मऊ के पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की तीन शूटरों ने ताबड़तोड़ गोली बरसा कर हत्या कर दी. अजीत सिंह मऊ जनपद के गांव भडेढ का रहने वाला था. वह यह भी बताया जा रहा है कि अजीत सिंह मुख्तार अंसारी के गिरोह का सदस्य था और पूर्व में कुंटू सिंह का शूटर भी रह चुका है. वहीं अजीत की अखंड सिंह और कुन कुन सिंह से रंजिश थी. 6 दिन पहले अजीत सिंह को जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर 31 दिसंबर को जिला बदर किया गया था, जिसके बाद से वह लखनऊ में रह रहा था. वहीं अजीत सिंह ने मोहम्मदाबाद क्षेत्र में शराब के कारोबार पर कब्जा जमा रखा था. मऊ जनपद में अजीत पर कुल 19 मुकदमे दर्ज थे, जिसमें पांच हत्या के मुकदमे शामिल हैं.
मारा गया अजीत सिंह था मऊ का हिस्ट्रीशीटर
राजधानी लखनऊ के विभूति खंड में पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह कि हत्या कर दी गई. वहीं अजीत सिंह पूर्व विधायक सर्वेश सिंह सीपू हत्याकांड में गवाह थे. अजीत सिंह आजमगढ़ के कुख्यात अपराधी पूर्व ब्लाक प्रमुख ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह का शूटर भी रह चुका है. लेकिन इन दिनों वह उनसे अलग चल रहा था. इस दौरान अजीत ने अपराध की दुनिया में नाम कमाने के लिए ताबड़तोड़ घटनाओं को अंजाम दिया. जिसके चलते मऊ के गोहाना मोहम्मदाबाद से पहले खुद ब्लाक प्रमुख बने फिर पत्नी को बनवा दिया. फिलहाल अजीत मऊ का हिस्ट्रीशीटर था, जिस पर 19 मुकदमे दर्ज थे, जिसमें पांच हत्या के भी शामिल हैं.
मऊ से जिला बदर किया गया था अजीत सिंह
अजीत सिंह मऊ का हिस्ट्रीशीटर था. उस पर हत्या के 5 मामलों सहित 19 मुकदमे दर्ज थे. वही 2010 से 2015 तक ब्लाक प्रमुख रहे थे. वही अवैध रूप से अर्जित की गई चल और अचल संपत्ति और चल रहे मुकदमों के चलते 31 दिसंबर को जिलाधिकारी ने अजीत को मऊ से 6 महीने के लिए जिला बदर कर दिया था, जिसके चलते वह इन दिनों लखनऊ में रह रहा था.
शराब के कारोबार पर था कब्जा
मऊ के गोहाना मोहम्मदाबाद निवासी अजीत सिंह शातिर अपराधी के साथ-साथ मुख्तार अंसारी गिरोह का शूटर भी था. वहीं बताया जा रहा है कि अजीत सिंह क्षेत्र में अपना भोकाल जमाने के लिए वह आधा दर्जन गाड़ियों के काफिले के साथ चलता था. उसके काफिले में 15 से 20 निजी सुरक्षाकर्मी भी होते थे. क्षेत्र के 80 फीसदी शराब की दुकानों पर अजित सिंह का कब्जा था.