लखनऊ: लोक निर्माण विभाग ने 20 अप्रैल से प्रदेश भर में करीब 180 महत्वपूर्ण निर्माण कार्यों को शुरू कराने का फैसला लिया है. उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में यह फैसला लिया गया. प्रदेश भर में शुरू होने वाले निर्माण कार्यों में 180 निर्माण कार्य होंगे और इनमें करीब 3800 श्रमिक लगाए जाने का फैसला किया गया है.
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बताया है कि केंद्र और स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन के अनुसार निर्माण कार्य शुरू कराए जाएंगे. हॉटस्पॉट और संवेदनशील क्षेत्रों को छोड़कर अन्य निर्माण कार्य शुरू होंगे. खास बात यह होगी कि सोशल डिस्टेंसिंग और मजदूरों का सैनिटाइजेशन के साथ निर्माण कार्य कराए जाएंगे.
मजदूरों के रहने, भोजन और सैनिटाइजेशन की होगी व्यवस्था
इसके साथ ही जो 3800 कर्मचारी विभिन्न निर्माण कार्य शुरू करेंगे, उनके रहने और भोजन की व्यवस्था सरकार की तरफ से संबंधित स्थानों पर ही कराई जाएगी. मजदूरों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए बचाव के पूरे इंतजाम संबंधित निर्माण कार्य स्थानों पर किए जाएंगे. केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार सभी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अत्यंत सीमित एवं नियंत्रित रूप से निर्माण कार्यों को प्रारंभ किए जाने हेतु सभी लोक निर्माण अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. उसके बाद सभी संबंधित निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदारों को भी निर्देश जारी करके अवगत करा दिया गया है.
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि लोक निर्माण विभाग राजकीय निर्माण निगम व सेतु निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रयास से जन सहयोग से कम्युनिटी किचन प्रदेश के सभी जिलों में चलाए जा रहे हैं. उनमें लगातार लोगों को भोजन की व्यवस्था कराई जा रही है. उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने यह भी कहा है कि कोई व्यक्ति चिंता न करें. अब गांव में ही रोजगार देने की व्यवस्था कराई जा रही है. इसके लिए एक कमेटी का गठन भी किया गया है. ग्राम स्तर पर ही लोगों को रोजगार देने का काम शुरू किया जाएगा. किसी को घबराने की आवश्यकता नहीं है.
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