लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी के बस स्टेशनों को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित (18 bus stations in UP) करने के निर्देश परिवहन निगम को दिए. इसके बाद निगम की तरफ से प्रदेश के 23 स्थानों पर एयरपोर्ट की तर्ज पर बस स्टेशन विकसित करने का खाका खींचा गया, लेकिन महीनों की मशक्कत के बाद अभी भी परिवहन निगम को सिर्फ पांच ही बस स्टेशनों के एयरपोर्ट की तर्ज पर बनाने में सफलता मिल पाई है. अन्य बस स्टेशनों के लिए कई बार टेंडर तो किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली. अब एक बार फिर लखनऊ समेत 18 स्थान के लिए एयरपोर्ट की तरह बस स्टेशन बनाने को लेकर टेंडर करने की तैयारी है.
एयरपोर्ट की तर्ज पर लखनऊ के चारबाग और अमौसी समेत 18 बस स्टेशन विकसित होंगे. पीपीपी मॉडल पर ये बस स्टेशन बनाए जाएंगे. परिवहन निगम ने दूसरे चरण में 18 बस स्टेशन को सूचीबद्ध करते हुए फिर टेंडर जारी किए हैं. इच्छुक कंपनियों को अगले माह आमंत्रित किया गया है. परिवहन निगम के 18 हाईटेक प्रीमियम बस स्टेशनों के निर्माण में 2500 करोड़ रुपये का निवेश होगा.
परिवहन निगम के प्रधान प्रबंधक आईटी यजुवेंद्र सिंह ने बताया कि 'सभी बस स्टेशन पीपीपी मॉडल पर निर्मित होंगे. 23 बस स्टेशनों को चिन्हित किया गया था. पहली बार टेंडर प्रक्रिया में पांच बस स्टेशनों में लखनऊ का गोमतीनगर, प्रयागराज का सिविल लाइन, गाजियाबाद ओल्ड, कौशांबी और आगरा फोर्ट स्टेशन का चयन किया गया था. 18 बस स्टेशनों के लिए दोबारा टेंडर जारी कर निवेशकों को इनवाइट किया गया है. उत्तर प्रदेश के 18 बस स्टेशनों में लखनऊ का अमौसी वर्कशॉप और चारबाग बस स्टेशन शामिल हैं. इसके अलावा अयोध्या का अयोध्याधाम, मथुरा, प्रयागराज का जीरो रोड, बनारस का कैंट, कानपुर का झकरकटी, गाजियाबाद का साहिबाबाद, बरेली सैटेलाइट, रायबरेली, ट्रांसपोर्टनगर आगरा, ईदगाह, मेरठ का सोहराबगेट, अलीगढ़ का रसूलाबाद, गोरखपुर, बुलंदशहर, गढ़ मुक्तेश्वर और मिर्जापुर बस स्टेशन पीपीपी मॉडल पर बनेंगे.'