लखनऊः जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में 17 उम्मीदवारों की निर्विरोध जीत हो गई है. इनमें से भारतीय जनता पार्टी ने 16 सीटों पर जीत दर्ज की है. जबकि समाजवादी पार्टी के खाते में इटावा की एक सीट गई है.
17 सीटों पर मिली जीत से खुश बीजेपी
जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव परिणामों के रुझान को देखते हुए बीजेपी में खुशी की लहर है. पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर चुनाव प्रबंधन की टीम पूरे दिन सक्रिय रही. हर जिलों से संंपर्क बनाए रखा गया. चुनाव प्रबंधन प्रभारी जेपीएस राठौर समेत पूरी टीम जिलों के संपर्क में रही. हर जिले से पल-पल की रिपोर्ट ली जा रही थी. इसके साथ ही योगी सरकार के मंत्री भी जिलों में आज मौजूद रहे. पार्टी ने संगठन के पदाधिकारियों, विधायकों और सांसदों को भी नामांकन में मौजूद रहने के लिए कहा था. बीजेपी ने 60 से 65 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है.
इन जिलों में मिली निर्विरोध जीत
मेरठ, गाजीयाबाद, गौतमबुद्ध नगर, अमरोहा, मुरादाबाद, आगरा, इटावा, ललितपुर, झांसी, बांदा, चित्रकूट, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, गोरखपुर, मऊ और जौनपुर में केवल एक ही प्रत्याशी चुनाव मैदान में बचे हैं. इससे स्पष्ट है कि इन जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव निर्विरोध हो गया है. इनमें से इटावा को छोड़कर बाकी सभी जिलों में भाजपा को जीत मिली है. हालांकि आधिकारिक रूप से इसकी घोषणा तीन जुलाई को अन्य जिलों की मतगणना के बाद की जाएगी. नामांकन पत्रों की जांच के बाद सभी 75 जिलों में कुल मिलाकर 159 जिला पंचायत अध्यक्ष के उम्मीदवार चुनाव मैदान में बचे। उनमें से भी 17 जिलों में एक-एक उम्मीदवार होने की वजह से निर्विरोध चुने गए. अब राज्य के 58 जिलों में 142 उम्मीदवारों के बीच लड़ाई है. तीन को मतदान के बाद पूरी स्थिति साफ होगी.
BJP के इन उम्मीदवारों को मिली जीत
मुरादाबाद में बीजेपी प्रत्याशी डॉक्टर शैफाली सिंह, बुलंदशहर में डॉक्टर अंशुल तेवतिया, मेरठ में गौरव चौधरी, गौतम बुद्ध नगर में अमित चौधरी, गाजियाबाद में ममता त्यागी, अमरोहा में ललित पवार, आगरा में मंजू भदोरिया, झांसी में पवन गौतम, ललितपुर में कैलाश नारायण, चित्रकूट में अशोक जाटव, बांदा में सुनील सिंह पटेल, श्रावस्ती में दद्दन मिश्रा, बलरामपुर में आरती तिवारी, गोंडा में घनश्याम मिश्रा, मऊ में मनोज राय और गोरखपुर में भाजपा उम्मीदवार साधना सिंह ने निर्विरोध जीत दर्ज की हैं.