लखनऊ: मुख्यमंत्री द्वारा कोरोना मरीजों के इलाज के लिए 2000 बेड आरक्षित करने के निर्देश के क्रम में स्वास्थ्य विभाग ने निजी मेडिकल कॉलेजों में 1600 बेड आरक्षित कर लिए हैं. शेष 400 बेड अस्पतालों से जुटाने की तैयारी है. चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने निजी मेडिकल कॉलेजों का निरीक्षण किया. इसी परिपेक्ष्य में प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने आज टी.एस.मिश्रा मेडिकल कॉलेज एवं इंटीग्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज का निरीक्षण किया. उन्होंने वहां पर मरीजों को दी जा रही चिकित्सकीय सेवाओं एवं अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
टेस्टिंग क्षमता और बेड की संख्या बढ़ाने के निर्देश
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बताया कि कानपुर, प्रयागराज एवं आगरा के मेडिकल कॉलेजों में आवश्यक संसाधनों की पूर्ति के साथ साथ इन जनपदों में टेस्टिंग क्षमता को और अधिक बढ़ाने व बेड्स की संख्या को भी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. श्री खन्ना ने बताया कि राजधानी में एसजीपीजीआई, डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान तथा किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में लगभग 1000 बेड उपलब्ध हैं. प्रदेश सरकार बेड्स की संख्या बढ़ाने पर निरंतर कार्य कर रही है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा कोविड-19 संक्रमित मरीजों हेतु राजधानी में 2000 बेड आरक्षित करने के निर्देश के क्रम में इंटीग्रल इंस्टीट्यूट में 400 बेड, एरा मेडिकल कॉलेज में 700 बेड तथा टी. एस. मिश्रा मेडिकल कॉलेज में 500 बेड का लक्ष्य निर्धारित करते हुए कार्रवाई की जा रही है.
एरा मेडिकल कॉलेज ओपीडी अस्पताल घोषित
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बताया कि एरा मेडिकल कॉलेज को पूर्ण रूप से कोविड हॉस्पिटल के रूप में घोषित कर दिया गया है. इंटीग्रल इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में 120 आईसीयू के बेड उपलब्ध हैं तथा 200 बेड और तैयार किए जा रहे हैं. इस प्रकार यहां पर आइसोलेशन सहित कुल 400 बेड बढ़ाए जाएंगे. टी. एस. मिश्रा मेडिकल कॉलेज में 15 तारीख तक 150 आईसीयू एवं एचडीयू बेड सहित कुल 500 बेड दिए जाने का निर्णय लिया गया है.
मैन पावर उपलब्ध कराएगा चिकित्सा शिक्षा विभाग
मंत्री ने बताया कि चिकित्सा शिक्षा विभाग इसके लिए आवश्यक मैन पावर उपलब्ध कराने हेतु सहयोग प्रदान करेगा. कैंसर इंस्टिट्यूट में भी 100 बेड की व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने बताया कि मेयो इंस्टिट्यूट, बाराबंकी में 200 से अधिक बेड क्रियाशील हैं, जिसे और बढ़ाने की कार्रवाई की जा रही है. चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण गंभीर स्थिति वाले जनपदों में आर.टी.पी.सी.आर. टेस्टिंग को बढ़ाने, बेड्स की संख्या में वृद्धि करने तथा ऑक्सीजन एवं वेंटीलेटर की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित कराने की कार्रवाई लगातार की जा रही है.