लखनऊ: लोकभवन में प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने प्रेस कांफ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए सरकार द्वारा की जा रही तैयारियों का ब्यौरा दिया. अवनीश अवस्थी ने बताया कि मेरठ मंडल में कोरोना संक्रमण की स्थिति को लेकर सरकार बेहद गंभीर है. मंडल के सभी जिलों में दो से 12 जुलाई तक 15 हजार मेडिकल सर्विलांस टीमें हर घर का सर्वेक्षण करेंगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एनसीआर के जिलों में आवागमन पर पूरी सतर्कता रखने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि एनसीआर के जिलों में सावधानी बरतकर कोविड-19 के संक्रमण को रोका जा सकता है.
10 दिवसीय सघन सर्विलांस अभियान का प्रभावी ढंग से हो संचालन
अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी ने मेरठ मंडल के सभी जिलों में 10 दिवसीय सघन सर्विलांस अभियान को प्रभावी ढंग से संचालित किए जाने के निर्देश दिए हैं. इस अभियान के तहत दो से 12 जून तक मेडिकल स्क्रीनिंग टीमें सर्वेक्षण करेंगी. मंडल में आज से सर्विलांस का कार्य शुरू हो गया है. मुख्यमंत्री योगी ने कहा है कि यह अभियान पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर संचालित किया जाए. अभियान की सफलता के लिए ग्राम पंचायत तथा वार्ड वार मेडिकल स्क्रीनिंग टीमों का गठन कर घर-घर जाकर मेडिकल स्क्रीनिंग की जाए. इस कार्य के लिए मेरठ मंडल में 15,000 टीमें गठित की जाएंगी.
मेरठ मंडल में 7,485 सर्विलांस टीमें कर रही काम
अभी मेरठ मंडल के गौतम बुद्ध नगर जिले में 1,532, गाजियाबाद में 2,161, मेरठ में 1,398, बागपत में 493, बुलंदशहर में 1,356 और हापुड़ में 545 सर्विलांस टीमें काम कर रही हैं. कुल मिलाकर पूरे मंडल में 7,485 टीमें लगाई गई हैं. मेरठ मंडल में आवश्यकतानुसार चिकित्सा कर्मियों की संख्या में वृद्धि किए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं.
50 हजार अतिरिक्त एंटीजन टेस्ट किट
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि अब तक पूरे मेरठ मंडल में 2,375 ग्रामीण क्षेत्रों की निगरानी समितियां हैं. शहरी क्षेत्रों में 1,516 निगरानी समितियां काम कर रही हैं. कुल मिलाकर 3,891 निगरानी समितियां मेरठ मंडल में गठित की गई हैं. स्वास्थ्य विभाग ने मेरठ मंडल के लिए 50 हजार अतिरिक्त एंटीजन टेस्ट किट अलग से मंगवाई हैं. मेरठ मंडल के 6 जिलों के अलावा राज्य के 5 बड़े जिलों लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी और गोरखपुर में भी रैपिड एंटीजन टेस्ट किट से कोरोना की टेस्टिंग की जा रही है.
सीएम योगी का जनता से आह्वान
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा कि सीएम योगी ने मेरठ मंडल की जनता से आह्वान किया है कि मेडिकल सर्विलांस टीम अगर उनके घर पर जाती है तो वे उसका पूरा सहयोग करें. हर जानकारी उपलब्ध कराएं, डरें नहीं, सामने आएं. लक्ष्मण छुपाने से बीमारी गंभीर रूप ले सकती है. इसमें लोगों की जान भी जा सकती है. इसलिए लोग जागरूक रहें और मेडिकल टीम का सहयोग करें.
सीएम का हेल्पडेस्क स्थापित करने पर जोर
अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड हेल्पडेस्क स्थापित करने पर जोर दिया है. उनका कहना है कि कोविड संक्रमण की चेन को तोड़ने में कोविड हेल्प डेस्क एक मजबूत कड़ी सिद्ध होगी. सभी सरकारी एवं निजी संस्थानों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना प्राथमिकता के साथ की जाए. साथ ही इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि कोविड हेल्प डेस्क पर इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स ऑक्सीमीटर अवश्य उपलब्ध रहे. हेल्पडेस्क पर कार्य करने वाले कर्मियों के लिए मास्क, ग्लव्स तथा सैनिटाइजर की व्यवस्था हो. वर्तमान में गौतमबुद्धनगर में 121, गाजियाबाद में 135, मेरठ में 233, बागपत में 80, बुलंदशहर में 138 और हापुड़ में 97 हेल्पडेस्क काम कर रही हैं.
कोविड अस्पतालों की शासन स्तर पर भी हो मॉनिटरिंग
सीएम योगी ने कोविड तथा नॉन कोविड अस्पतालों की सेवाओं की निरंतर मॉनिटरिंग किए जाने के निर्देश दिए हैं. उनका कहना है कि सरकारी तथा निजी अस्पतालों में आवश्यक ऑपरेशन किए जाएं. कोविड का टेस्ट करते हुए आवश्यकतानुसार उपचार किया जाए. मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए हैं कि एंबुलेंस सेवाओं का लाभ सभी जिलों को प्राप्त हो, ताकि मरीजों को कोई असुविधा न होने पाए.
हर जिले में निरंतर सक्रिय रहे एक क्वारंटाइन सेंटर
अवनीश अवस्थी के मुताबिक सीएम योगी का कहना है कि बिना लक्षण वाले कोविड संक्रमितों को भी कोविड अस्पतालों में भर्ती कराया जाए. इस बात का खास ध्यान रखा जाए कि वह किसी अन्य बीमारी से ग्रसित न हो. हर जिले में एक क्वारंटाइन सेंटर को निरंतर सक्रिय रखा जाए. इसके साथ ही कम्युनिटी किचन की व्यवस्था भी जारी रखी जाए. पुलिस बल को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी उपाय किए जाएं.
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने खाद्यान्न वितरण अभियान के आगामी चरण के लिए सभी व्यवस्थाएं समय से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि खाद्यान्न वितरण अभियान को सुचारू ढंग से संचालित करते हुए सभी जरूरतमंदों को खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाए.