लखनऊ: राजधानी के गोसाईगंज थाना में पूर्व भाजपा जिला महामंत्री वह तत्कालीन मंडल अध्यक्ष राजकुमार वर्मा ने पार्टी फंड के नाम पर मोहनलालगंज विधानसभा सीट से टिकट दिलाने के एवज में हरि प्रकाश रावत के 15 लाख रुपए लिए थे, पर हरि प्रकाश रावत को टिकट नहीं मिला.
गोसाईगंज पुलिस ने सत्ता के दबाव में मुकदमा पंजीकृत नहीं किया था, तब हरि प्रकाश रावत ने कोर्ट का सहारा लिया. कोर्ट के आदेश पर राजकुमार वर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी जान से मारने की धमकी व एससी एसटी एक्ट सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है.
बताया जा रहा है, कि लखनऊ आलमबाग भिलावा के रहने वाले हरि प्रकाश रावत ने 2012 में सरकारी नौकरी से रिटायर हुए थे. रिटायरमेंट के बाद अपने दोस्तों से मिलने अक्सर मोहनलालगंज जाया करते थे, तभी उनकी मुलाकात राजकुमार वर्मा निवासी रसूलपुर गोसाईगंज से हुई.
राजकुमार वर्मा उस समय भाजपा के गोसाईगंज मंडल अध्यक्ष थे. राजकुमार वर्मा ने हरि प्रकाश रावत को 2016 में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कराई और पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता के तौर पर हरि प्रकाश काम करने लगे.
राजकुमार वर्मा ने मोहनलालगंज विधानसभा से हरि प्रकाश को टिकट दिलाने की बात कही और कहा कि पार्टी फंड में 1500000 रुपए जमा करने होंगे. हरि प्रकाश में 5 लाख रुपए का चेक वाह 10 लाख रुपए नगद राजकुमार वर्मा को 2017 में दे दिया. पर चुनाव के समय हरि प्रकाश रावत को टिकट नहीं मिला.
इसे भी पढ़ें-रेलवे में सीधी भर्ती: कई पदों पर इस दिन होगा वॉक-इन-इंटरव्यू , देखें डिटेल्स
हरि प्रकाश ने राजकुमार से जब अपने पैसे मांगे तो, राजकुमार वर्मा ने उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाने और जान से मारने की धमकी दे डाली. जिसकी शिकायत हरि प्रकाश ने गोसाईगंज थाने में की. हरि प्रकाश ने गोसाईगंज थाने व कई उच्च अधिकारियों को इसकी तहरीर दी.
कई जगह दौड़ने के बाद भी कुछ नहीं हुआ, ततब हरि प्रकाश रावत ने कोर्ट का सहारा लिया. कोर्ट के आदेश पर राजकुमार वर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी जान से मारने की धमकी व एससी एसटी एक्ट सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है.