लखनऊ : राजधानी स्थित चिनहट क्षेत्र के गल्ला मंडी में चिकनपॉक्स फैलने से दहशत का माहौल है. 15 से ज्यादा बच्चे चिकनपॉक्स व बुखार की जद में आ गए हैं. गुजरे एक सप्ताह से संक्रमण तेजी से फैल रहा है. शिकायत के बाद भी कोई राहत कार्य नहीं पहुंचा है. संक्रमण बढ़ने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया. जांच व राहत कार्य शुरू किया. स्वास्थ्य विभाग ने टीमें भेजकर मरीजों की पहचान की.
जानकारी के अनुसार, चिनहट क्षेत्र के गल्ला मंडी में बस्ती है. स्थानीय लोगों ने बताया कि सबसे पहले एक परिवार के तीन बच्चे बुखार की चपेट में आए. इसमें चीनू, समायरा और शिवांश बीमारी की चपेट में आए. परिवारीजनों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जाकर इलाके में संक्रमण फैलाने की जानकारी दी. इसके बावजूद किसी ने ध्यान नहीं दिया. धीरे-धीरे संक्रमण बढ़ता चला गया. रिषभ, नितिन, रुद्र, आरूषी, रूही समेत अन्य बच्चे बुखार की चपेट में आ गए. इनके शरीर में लाल दाने निकल आए हैं. दर्द से बच्चों का जीना मुहाल हो गया है. इसके अलावा सात से अधिक बच्चे बुखार की चपेट में आ गए हैं. कई परिवार में दो से तीन बच्चे बीमारी की चपेट में हैं. लगातार फैल रही बीमारी से लोग दहशत में हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि इसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग के अफसरों से की गई. इसके बाद टीम संक्रमण प्रभावित इलाके में पहुंची. बच्चों की सेहत की जांच की. संक्रमित व बुखार पीड़ित बच्चों को दवाएं दी.
सिविल अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. एके श्रीवास्तव ने कहा कि 'आमतौर पर बच्चों पर चिकनपॉक्स का हमला हल्का पाया जाता है, लेकिन व्यस्कों की इम्यूनिटी कमजोर होती है. उनमें इस रोग का प्रभाव काफी गंभीर हो सकता है, हालांकि एक बात राहत की ये है कि एक बार जिस व्यक्ति को चिकनपॉक्स हो जाता है, उसका इम्यून सिस्टम उस वायरस के प्रति सचेत हो जाता है और जीवन में कभी उसे दोबारा चिकनपॉक्स नहीं होता है. ये घातक वायरस कुछ स्थितियों में रीढ़ की हड्डी के नर्व टिश्यू में बस जाता है और आगे चलकर फिर से सक्रिय हो जाता है जो दाद जैसी दर्दनाक स्किन एलर्जी का कारण बन सकता है. आपने गौर किया होगा कि अधिकांश लोग बिना इलाज के ही चिकनपॉक्स से पूरी तरह ठीक हो जाते हैं, लेकिन गंभीर मामलों में चिकित्सा उपचार की आवश्यकता हो सकती है.'
28 से शुरू होगा पल्स पोलियो अभियान : राजधानी में पल्स पोलियो अभियान 28 मई से शुरू होगा. पांच साल से छोटे बच्चों को दवा पिलाई जाएगी. इस संबंध में शुक्रवार को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक हुई. इसमें अभियान की तैयारियों को लेकर चर्चा हुई. कलेक्ट्रेट स्थित डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम सभागार में 33 पोलियो ईकाई के प्रभारियों ने बैठक में शिरकत की. अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एमके सिंह ने बताया कि '733013 बच्चों को अभियान के तहत पोलियो से बचाव की दवा पिलाई जाएगी. ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में अलग-अलग स्थलों पर 2783 पोलियो बूथ स्थापित किए जाएंगे. 29 मई से दो जून 2023 तक 2204 टीमें घर-घर जाकर बच्चों को दवा पिलाएंगी. यह अभियान पांच दिन चलेगा. साप्ताहिक बाजार, मेला, रेलवे व बस स्टेशन के लिए 227 ट्रान्जिट टीमें बनाई गई हैं. ईट भट्ठों, मलिन बस्ती व निर्माणाधीन स्थलों के लिए 131 मोबाइल टीमों के माध्यम से पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी.