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अलीगढ़ में फर्जी नंबर की बोलेरो से बदमाशों ने किया था जज का पीछा, पुलिस ने खंगाले 160 CCTV फुटेज - ALIGARH JUDGE ATTACK ATTEMPT CASE

JUDGE CHASED BY GOONS : जज ने सुंदर भाटी और गैंग के 11 सदस्यों को सुनाई थी उम्रकैद की सजा.

जज ने सुंदर भाटी गिरोह पर जताया है शक.
जज ने सुंदर भाटी गिरोह पर जताया है शक. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 12, 2024, 8:33 AM IST

अलीगढ़ : कुख्यात अपराधी सुंदर भाटी व उसके गैंग को सजा सुनाने वाले जज डॉ. अनिल कुमार सिंह का जिस बोलेरो से पीछा किया गया था, उसका नंबर फर्जी निकला. घटना ने अलीगढ़ पुलिस को उलझा दिया है. सोनभद्र जेल से सुंदर भाटी की रिहाई के 6 दिन बाद हुई घटना के कई मायने निकाले जा रहे हैं. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

बदमाशों की सफेद रंग की बोलेरो गाड़ी का नंबर UP 81 7882 बताया गया था. इस नंबर की सीरीज की बोलेरो गाड़ी सर्च की गई, लेकिन इस नंबर से कोई भी गाड़ी दर्ज नहीं है. अंदेशा है कि नंबर प्लेट बदलकर ही सुंदर भाटी गैंग ने जज को निशाना बनाने की साजिश रची गई.

शनिवार को पुलिस ने दर्ज किया था मुकदमा : शनिवार को तहरीर मिलने के बाद थाना खैर में मुकदमा दर्ज किया गया. वहीं क्षेत्राधिकारी वरुण कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है. टीम अलीगढ़ - पलवल मार्ग पर शिवाला रोड से टैंटी गांव रोड तक के सभी सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है. घटना रात में अंधेरे में होने के कारण दिक्कत आ रही है. अलीगढ़ की ओर से आने वाली सभी बोलेरो के सीसीटीवी फुटेज देखे जा रहे हैं.

पुलिस ने अभी तक नहीं मिले ठोस सुराग : सीओ ने बताया कि फर्रुखाबाद से अलीगढ़ तक के सभी टोल प्लाजा और हाईवे के सीसीटीवी फुटेज देखने में भी पुलिस टीम लगी है. यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि जज की गाड़ी का पीछा कहां से शुरू किया गया था. सोफा चौकी के पास से बोलेरो वापस यू टर्न लेकर कहां गई.

खैर क्षेत्राधिकारी ने बताया कि सभी पहलुओं की जांच की जा रही है. सीसीटीवी व आरटीओ की मदद से घटना के एक-एक पहलू को चिन्हित कर जांच की जा रही है. अभी तक किसी ठोस नतीजे पर पुलिस नहीं पहुंची है. कोई महत्वपूर्ण सुराग नहीं मिला है. लगातार प्रयास जारी है.

फिर से खंगाले जा रहे फुटेज : पुलिस की टीम अलीगढ़ में खेरेश्वर चौराहे से लेकर खैर, जट्टारी, टप्पल व यमुना एक्सप्रेस वे इंटरचेंज और टोल तक के करीब 160 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे देखें, लेकिन कोई ठोस जानकारी नहीं मिल सकी है. पुलिस फिर से टुकड़ों में सीसीटीवी कैमरे खंगालने में जुटी है. यह भी हो सकता है कि बदमाश पहले से ही खैर के रास्ते में बोलेरो गाड़ी लेकर खड़े हो और जज की गाड़ी देखकर अचानक उनका पीछा किया हो या फिर रुकवाने का प्रयास किया हो. खैर के गोमत चौराहे के बाद से सोफा चौकी के बीच में सीसीटीवी कैमरे कम हैं, इसलिए नए सिरे से सीसीटीवी देखने का पुलिस प्लान कर रही है.

सफेद रंग की सभी बोलेरो का पुलिस ने मांगा डाटा : जज द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे में बोलेरो का नंबर UP 81 7882 बताया गया है. यह नंबर अलीगढ़ जनपद आरटीओ का है, लेकिन अधूरा है. इस नंबर पर किसी भी सीरीज में बोलेरो गाड़ी का पंजीकरण नहीं पाया गया है. ऐसे में यही माना जा रहा है कि वारदात को अंजाम देने वालों ने जान-बूझकर भ्रमित करने के इरादे से फर्जी नंबर प्लेट लगाया है, ताकि बदमाश वारदात को अंजाम देकर आसानी से निकल जाए. पुलिस अलीगढ़ में ही घूमती रहे. वहीं, बोलेरो के गाड़ी के नंबर के आधार पर जानकारी नहीं मिलने पर पुलिस ने आरटीओ से सफेद रंग की सभी बोलेरो गाड़ी का डाटा मांगा है, ताकि उसकी पहचान में शायद कोई क्लू मिल सके.

29 अक्टूबर को बदमाशों ने किया था पीछा : फर्रुखाबाद में तैनात जज डॉ अनिल कुमार सिंह ने थाना खैर में मुकदमा दर्ज कराया है. आरोप लगाया है कि दीपावली से पहले 29 अक्टूबर की रात वह अपनी कार से नोएडा जा रहे थे. खैर थाना क्षेत्र के गौमत चौराहे पर जट्टारी की ओर जाते समय बोलेरो सवार 5 हथियार बंद बदमाशों ने उनका पीछा किया. जबर कार रुकवाने की कोशिश की. सोफा पुलिस चौकी के सामने जज ने अपनी कार रोक दी तो बदमाश फरार हो गए.

साल 2021 में जज ने गैंग को सुनाई थी सजा : उन्होंने मुकदमे में यह भी बताया कि नोएडा में तैनाती के दौरान उन्होंने कुख्यात अपराधी सुंदर भाटी सहित उसके 11 साथियों को साल 2021 में उम्रकैद की सजा सुनाई थी. यह सजा सपा नेता हरेंद्र नागर व उनके गनर की हत्या के मामले में सुनाई गई थी. उन्होंने अंदेशा जताया कि सुंदर भाटी और उनके गिरोह के सदस्य बदला लेने के इरादे से हमला करना चाहते हैं.

एसपी ग्रामीण मुकेश चंद उत्तम ने बताया कि घटना की गंभीरता से जांच की जा रही है. गाड़ी नंबर, गाड़ी के हुलिया व सीसीटीवी की मदद से बदमाशों का सुराग तलाशने में पुलिस जुटी हुई है. जल्द ही कोई अहम सुराग मिलने की उम्मीद है.

यह भी पढ़ें : हथियारबंद बदमाशों ने जज का किया पीछा; गैंगस्टर सुंदर भाटी को सुनाई थी उम्रकैद की सजा

अलीगढ़ : कुख्यात अपराधी सुंदर भाटी व उसके गैंग को सजा सुनाने वाले जज डॉ. अनिल कुमार सिंह का जिस बोलेरो से पीछा किया गया था, उसका नंबर फर्जी निकला. घटना ने अलीगढ़ पुलिस को उलझा दिया है. सोनभद्र जेल से सुंदर भाटी की रिहाई के 6 दिन बाद हुई घटना के कई मायने निकाले जा रहे हैं. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

बदमाशों की सफेद रंग की बोलेरो गाड़ी का नंबर UP 81 7882 बताया गया था. इस नंबर की सीरीज की बोलेरो गाड़ी सर्च की गई, लेकिन इस नंबर से कोई भी गाड़ी दर्ज नहीं है. अंदेशा है कि नंबर प्लेट बदलकर ही सुंदर भाटी गैंग ने जज को निशाना बनाने की साजिश रची गई.

शनिवार को पुलिस ने दर्ज किया था मुकदमा : शनिवार को तहरीर मिलने के बाद थाना खैर में मुकदमा दर्ज किया गया. वहीं क्षेत्राधिकारी वरुण कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है. टीम अलीगढ़ - पलवल मार्ग पर शिवाला रोड से टैंटी गांव रोड तक के सभी सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है. घटना रात में अंधेरे में होने के कारण दिक्कत आ रही है. अलीगढ़ की ओर से आने वाली सभी बोलेरो के सीसीटीवी फुटेज देखे जा रहे हैं.

पुलिस ने अभी तक नहीं मिले ठोस सुराग : सीओ ने बताया कि फर्रुखाबाद से अलीगढ़ तक के सभी टोल प्लाजा और हाईवे के सीसीटीवी फुटेज देखने में भी पुलिस टीम लगी है. यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि जज की गाड़ी का पीछा कहां से शुरू किया गया था. सोफा चौकी के पास से बोलेरो वापस यू टर्न लेकर कहां गई.

खैर क्षेत्राधिकारी ने बताया कि सभी पहलुओं की जांच की जा रही है. सीसीटीवी व आरटीओ की मदद से घटना के एक-एक पहलू को चिन्हित कर जांच की जा रही है. अभी तक किसी ठोस नतीजे पर पुलिस नहीं पहुंची है. कोई महत्वपूर्ण सुराग नहीं मिला है. लगातार प्रयास जारी है.

फिर से खंगाले जा रहे फुटेज : पुलिस की टीम अलीगढ़ में खेरेश्वर चौराहे से लेकर खैर, जट्टारी, टप्पल व यमुना एक्सप्रेस वे इंटरचेंज और टोल तक के करीब 160 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे देखें, लेकिन कोई ठोस जानकारी नहीं मिल सकी है. पुलिस फिर से टुकड़ों में सीसीटीवी कैमरे खंगालने में जुटी है. यह भी हो सकता है कि बदमाश पहले से ही खैर के रास्ते में बोलेरो गाड़ी लेकर खड़े हो और जज की गाड़ी देखकर अचानक उनका पीछा किया हो या फिर रुकवाने का प्रयास किया हो. खैर के गोमत चौराहे के बाद से सोफा चौकी के बीच में सीसीटीवी कैमरे कम हैं, इसलिए नए सिरे से सीसीटीवी देखने का पुलिस प्लान कर रही है.

सफेद रंग की सभी बोलेरो का पुलिस ने मांगा डाटा : जज द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे में बोलेरो का नंबर UP 81 7882 बताया गया है. यह नंबर अलीगढ़ जनपद आरटीओ का है, लेकिन अधूरा है. इस नंबर पर किसी भी सीरीज में बोलेरो गाड़ी का पंजीकरण नहीं पाया गया है. ऐसे में यही माना जा रहा है कि वारदात को अंजाम देने वालों ने जान-बूझकर भ्रमित करने के इरादे से फर्जी नंबर प्लेट लगाया है, ताकि बदमाश वारदात को अंजाम देकर आसानी से निकल जाए. पुलिस अलीगढ़ में ही घूमती रहे. वहीं, बोलेरो के गाड़ी के नंबर के आधार पर जानकारी नहीं मिलने पर पुलिस ने आरटीओ से सफेद रंग की सभी बोलेरो गाड़ी का डाटा मांगा है, ताकि उसकी पहचान में शायद कोई क्लू मिल सके.

29 अक्टूबर को बदमाशों ने किया था पीछा : फर्रुखाबाद में तैनात जज डॉ अनिल कुमार सिंह ने थाना खैर में मुकदमा दर्ज कराया है. आरोप लगाया है कि दीपावली से पहले 29 अक्टूबर की रात वह अपनी कार से नोएडा जा रहे थे. खैर थाना क्षेत्र के गौमत चौराहे पर जट्टारी की ओर जाते समय बोलेरो सवार 5 हथियार बंद बदमाशों ने उनका पीछा किया. जबर कार रुकवाने की कोशिश की. सोफा पुलिस चौकी के सामने जज ने अपनी कार रोक दी तो बदमाश फरार हो गए.

साल 2021 में जज ने गैंग को सुनाई थी सजा : उन्होंने मुकदमे में यह भी बताया कि नोएडा में तैनाती के दौरान उन्होंने कुख्यात अपराधी सुंदर भाटी सहित उसके 11 साथियों को साल 2021 में उम्रकैद की सजा सुनाई थी. यह सजा सपा नेता हरेंद्र नागर व उनके गनर की हत्या के मामले में सुनाई गई थी. उन्होंने अंदेशा जताया कि सुंदर भाटी और उनके गिरोह के सदस्य बदला लेने के इरादे से हमला करना चाहते हैं.

एसपी ग्रामीण मुकेश चंद उत्तम ने बताया कि घटना की गंभीरता से जांच की जा रही है. गाड़ी नंबर, गाड़ी के हुलिया व सीसीटीवी की मदद से बदमाशों का सुराग तलाशने में पुलिस जुटी हुई है. जल्द ही कोई अहम सुराग मिलने की उम्मीद है.

यह भी पढ़ें : हथियारबंद बदमाशों ने जज का किया पीछा; गैंगस्टर सुंदर भाटी को सुनाई थी उम्रकैद की सजा

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