लखनऊ: 12 नवंबर 2021 को पुलिस भर्ती बोर्ड द्वारा आयोजित उपनिरीक्षक (दारोगा) की भर्ती में फर्जीवाड़ा करने के आरोप में पुलिस ने 14 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. अभियुक्त विजय कुमार, नागेश, हिमांशु शर्मा, आदर्श त्रिपाठी, अनूप शर्मा, रोहित मेवाती, रजत चौहान, टोनी कुमार ,गुलाम रब्बानी, शिवम सैनी ,विजय पटेल, मनीष कुमार, आलोक, आदित्य राज शर्मा को पुलिस टीम द्वारा रिजर्व पुलिस लाइन महानगर से गिरफ्तार किया गया है.
दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित हो रही परीक्षाओं की गड़बड़ियों को रोकने के लिए लगातार उत्तर प्रदेश सरकार सक्रिय दिख रही है. इसी क्रम में परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले मुन्ना भाई और उससे जुड़े लोगों पर शिकंजा कसा जा रहा है. ताजा मामला लखनऊ के महानगर थाना अंतर्गत का है. जहां पुलिस की भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले 14 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया. इन 14 अभियुक्तों को खिलाफ 420, 120 बी, 10 उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत कर विजय कुमार पुत्र रामेश्वर निवासी जनपद हाथरस, नागेश पुत्र फूल सिंह निवासी जिला हाथरस ,हिमांशु शर्मा पुत्र कृष्ण कुमार निवासी थाना माल लखनऊ, आदर्श त्रिपाठी पुत्र विजय कुमार त्रिपाठी निवासी जिला सुल्तानपुर, अनूप शर्मा पुत्र नरेंद्र शर्मा निवासी शामली, रोहित मेवाती पुत्र शकील मेवाती निवासी जिला बुलंदशहर, रजत चौहान पुत्र आदेश पाल सिंह निवासी जिला मैनपुरी, टोनी कुमार पुत्र सुरेश चंद्र निवासी बुलंदशहर ,गुलाम रब्बानी पुत्र अनवर खान निवासी जिला गाजीपुर, शिवम सैनी पुत्र जितेंद्र बहादुर सैनी निवासी बाराबंकी, विजय पटेल पुत्र चंद्रिका पटेल निवासी जिला गाजीपुर, मनीष कुमार पुत्र दिनेश प्रसाद सिंह निवासी बिहार, आलोक पुत्र महावीर प्रसाद निवासी जिला एटा, आदित्य राज शर्मा पुत्र उदयवीर शर्मा निवासी जिला फिरोजाबाद, को आज पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया है.
महानगर थाना प्रभारी दिनेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित पुलिस भर्ती पद को लेकर 14 अभियुक्तों के द्वारा ऑनलाइन परीक्षा के दौरान अनुचित साधनों का प्रयोग किया गया. जिसको लेकर महानगर पुलिस को इसके प्रमाण प्राप्त हुए हैं. इसको संज्ञान लेते हुए आज परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले 14 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया और विधिक कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया गया है.
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