लखनऊ : लखनऊ की मशहूर दरगाह दादा मियां में 114वें उर्स की तैयारियों का दौर शुरू हो गया है. गुरुवार को दरगाह में परचम कुशाई की रस्म अदायगी हुई. इस खास मौके पर बड़ी तादाद में विभिन्न धर्मों के जायरीन ने अकदित के साथ शिरकत की और कल से शुरू होने वाले उर्स मुबारक से पहले परचम कुशाई में हिस्सा लिया. चुनावी मौसम के बीच इस वर्ष दरगाह पर कई राजनितिक हस्तियों के भी आने और अकदित पेश करने की संभावनाएं है.
राजधानी लखनऊ के मॉल एवेन्यू स्तिथ दरगाह दादा मियां देश की ऐतिहासिक दरगाहों में शुमार होती है. इस दरगाह पर कई राजनेता माथा टेकने और चादर चढ़ाने आते रहे हैं. पूर्व मंत्री और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव हर वर्ष दरगाह के उर्स में शिरकत करते हैं.
दरगाह दादा मियां से बेहद अकीदत रखते हैं. दरगाह के सज्जादानशीन मौलाना शबाहत हुसैन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस वर्ष 114वां उर्स मनाया जाएगा जो शुक्रवार यानी 29 अक्टूबर से शुरू होकर 2 नवंबर तक चलेगा. उन्होंने कहा कि इस उर्स में देशभर से तमाम दादा मियां से अकीदत रखने वाले सभी धर्मों के लोग यहां आते हैं. सज्जादानशीन ने कहा कि सभी पार्टियों के नेताओं से लेकर प्रशासन के लोग यहां आएंगे.
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बता दें कि लखनऊ की इस दरगाह दादा मियां के बड़ी तादाद में मुरीद है. यहां हर साल होने वाले उर्स में शरीक होने न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि मुल्क के अलग-अलग शहरों से जायरीन जियारत करने आते हैं. इसमें विभिन्न मजहबों के लोग शामिल होते हैं. दरगाह दादा मियां पर उर्स में मौके पर मेले जैसा नजारा लगता है. कोरोना को देखते हुए दरगाह कमिटी ने इस वर्ष कोविड डेस्क लगाने का भी फैसला किया है. बिना मास्क के आने वाले लोगों को मास्क वितरित करने के साथ सभी नियमों का पालन किया जाएगा.
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