लखनऊ: केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून के विरोध में लगातार देश के किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी क्रम में शनिवार को राजधानी लखनऊ के कबीरपुर में बड़ी संख्या में किसान एकत्रित हुए हैं. यह सभी किसान अपने ट्रैक्टरों से राजभवन घेरने की तैयारी कर रहे हैं. वहीं लगभग चार घंटे की जद्दोजहद के बाद जिला प्रशासन ने किसानों को राज्यपाल से मिलाने का आश्वासन दिया. जिला प्रशासन किसानों के 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को लेकर राजभवन रवाना हो चुका है.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेश सिंह चौहान ने बताया कि हम लोगों का यह घेराव का कार्यक्रम नहीं था. राज्यपाल को हम लोग अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन देना चाहते थे, लेकिन सुबह से ही जिला प्रशासन लगातार रोक रहा है. राजेश सिंह चौहान का कहना है कि सरकार की हठधर्मिता के कारण हम लोग 21 जनवरी से लगातार धरने पर बैठे हैं और अभी तक हम लोगों को राजभवन जाने नहीं दिया गया. हम तब तक लड़ते रहेंगे जब तक जिला प्रशासन हम लोगों को राजभवन नहीं ले जाएगा. हालांकि जिला प्रशासन ने राजभवन ले जाने की बात किसानों से कहीं और इस प्रतिनिधिमंडल में 11 सदस्य शामिल हुए.
मुख्यमंत्री तैयार पर हम नहीं मिलेंगे
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेश सिंह चौहान का कहना है कि किसानों से मिलने के लिए मुख्यमंत्री पूरी तरह से तैयार हैं, लेकिन हम लोग नहीं मिलेंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राजनीतिक हथकंडा अपना रहे हैं. हम लोग उनकी चाल में आने वाले नहीं हैं.
बताते चलें कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून के विरोध में लगातार देशभर में किसानों का प्रदर्शन जारी है. इसी क्रम में राजधानी लखनऊ में भी किसानों ने प्रदर्शन किया. राजधानी के किसान राजभवन घेरने की तैयारी में लगे थे, लेकिन जिला प्रशासन ने जगह-जगह किसानों को रोकने के लिए रणनीति बनाई थी. हालांकि अब 11 किसानों के सदस्यों को राज्यपाल से मिलाने के लिए जिला प्रशासन की टीम राजभवन ले गई है.