लखनऊ: डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य द्वारा लखनऊ विकास प्राधिकरण में हुए भ्रष्टाचार को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था. इस पत्र में निर्माण कार्यों में अनियमितता की जांच को लेकर मुख्यमंत्री को लिखे पत्र के बाद अब कार्रवाई शुरू हो गई. लखनऊ विकास प्राधिकरण ने निर्माण कार्यों में अनियमितता करने वाली 11 ठेकेदार फर्म को ब्लैक लिस्टेड कर दिया है.
लखनऊ विकास प्राधिकरण में पिछले कुछ समय में निर्माण कार्यों में अनियमितता की शिकायतें आती रही हैं. आरोपी लोगों के खिलाफ कार्रवाई न करने को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं. इस बीच उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा लखनऊ विकास प्राधिकरण के भ्रष्टाचार को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखने के बाद हड़कंप मचा हुआ है.
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जिन ठेकेदार फर्म को ब्लैक लिस्टेड किया गया है, उनमें एसएस कॉन्ट्रैक्टर, इंदू प्रोजेक्ट, सिंटेक्स एशिया कंस्ट्रक्शन, प्रताप ट्रेडिंग कंपनी, पवनसुत कंस्ट्रक्शन, रूपेश कुमार सिंह, नरेश इंटरप्राइजेज, पूनम इंटरप्राइजेज, एसआर इन्फोटेक को 6 महीने के लिए ब्लैक लिस्टेड किया गया है. कार्रवाई करने के पीछे लखनऊ विकास प्राधिकरण की तमाम विकास परियोजनाओं के निर्माण कार्यों को मानक के अनुरूप न करने का कारण बताते हुए सभी 11 फर्म को ब्लैक लिस्ट किया गया है.