लखनऊ : राजधानी के चिकित्सा संस्थानों में स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए चिकित्सकों की भर्ती की जाएगी. इसमें चिकित्सा संस्थानों के कई विभागों में 1000 डॉक्टरों की भर्ती की जाएगी.
प्रदेश भर से रोजाना आते हैं हज़ारों मरीज
लखनऊ अपने आप में मेडिकल हब है. यहां पर पीजीआई, लोहिया संस्थान और केजीएमयू जैसे बड़े चिकित्सा संस्थान हैं. यहां पर रोजाना प्रदेश के अन्य जिलों से मरीज अपने इलाज के लिए आते हैं. कोरोना काल के दौरान यह सभी चिकित्सा संस्थानों ने अपना लोहा मनवाया. एक से एक गंभीर मरीजों को बेहतर और समय पर उचित इलाज देकर कई मरीजों की जान बचाई है. इसी कड़ी को और मजबूत करने के लिए अब चिकित्सा और शिक्षा विभाग द्वारा इन सभी चिकित्सा संस्थानों में 1000 चिकित्सकों की भर्ती की व्यवस्था की जा रही है. ताकि प्रदेश के साथ-साथ लखनऊ की चिकित्सा व्यवस्था को मजबूत किया जा सके.
KGMU में ही खाली पड़े हैं 450 पद
लखनऊ स्थित चिकित्सा संस्थान और जिला अस्पताल में लगभग 1000 चिकित्सकों की भर्ती की जानी है. इनमें राजधानी लखनऊ के केजीएमयू में करीब 450 से अधिक पद खाली पड़े हैं. इसके अलावा लोहिया संस्थान में 231 पदों पर चिकित्सकों की भर्ती की जाएगी. लोहिया संस्थान के निदेशक डॉक्टर ए.के. सिंह ने संस्थान के चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने की ओर एक कदम बताया है. पीजीआई में भी 100 पदों पर चिकित्सकों की भर्ती की जाएगी. इन पदों पर चिकित्सकों की भर्ती के बाद पीजीआई में ट्रांसप्लांट समेत अन्य विभागों की वेटिंग लिस्ट में कमी होगी. इसके अलावा चक गजरिया में स्थित कैंसर अस्पताल में भी 100 पदों पर भर्ती की जाएगी. इसके अलावा राजधानी लखनऊ में स्थित जिला अस्पतालों में लगभग 100 चिकित्सकों के पद खाली हैं. जिन पर अब आने वाले दिनों में भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जा रही है. इसके साथ-साथ करीब 20 रेसिडेंट डॉक्टरों की भर्ती भी होगी.