यूनीवर्सिटी में इतनी बड़ी संख्या में छात्रों के संक्रमित पाए जाने के बाद परीक्षाओं का बहिष्कार शुरू हो गया है. छात्रों की तरफ से पहले ही परीक्षाओं को स्थगित किए जाने की मांग उठाई जा रही थी. परीक्षा से पहले 20% छात्र-छात्राओं के संक्रमण की जांच में 7 कोरोना के केस मिले हैं. कैंपस में मिले इतनी बड़ी संख्या में कोरोना मरीजों के कारण प्रशासन की चिंता बड़ी हुई है.
यह विश्वविद्यालय आवासीय है. गर्ल्स हॉस्टल और बॉयज हॉस्टल दोनों में संक्रमित मिले हैं. वहीं दूसरी तरफ प्रशासन कैंपस में परीक्षा कराने पर अड़ा हुआ है. कुलपति प्रोफेसर एस भटनागर ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से कार्रवाई की जा रही है. विश्वविद्यालय प्रशासन के पदाधिकारियों की बैठक चल रही है. जल्द ही इस पूरे प्रकरण के मद्देनजर प्रभावी कार्रवाई की जाएगी.
मास्क लगाना हुआ अनिवार्य
नोएडा, गाजियाबाद के बाद लखनऊ के कॉलेजों में भी कोरोना संक्रमण फैलने लगा है. लखनऊ में लोहिया लॉ यूनिवर्सिटी में 7 छात्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. कोरोना के नए मरीज मिलने के बाद कैंपस में हड़कंप मच गया. अब कोरोना संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों की जांच की जाएगी.
सीएम योगी ने की टीम-9 के साथ बैठक
सीएम की टीम-9 की बैठक में लखनऊ व एनसीआर जिलों में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया गया है. सरकार ने लखनऊ व एनसीआर के जिलों में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाना अनिवार्य किया है. जिसमें गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, बुलंदशहर, बागपत शहरों में सख्ती से नियमों को पालन करने के लिए कहा गया है.
सोमवार को 24 घंटे में 83 हजार से अधिक टेस्ट किए गए. इसमें 115 केस मिले, इसमें सर्वाधिक नोएडा में 65, गाजियाबाद में 20 मरीज मिले. वहीं लखनऊ में 17 केस रिपोर्ट किए गए. इस दौरान 29 मरीज स्वस्थ्य होने पर डिस्चार्ज किए गए.
गौरतलब है कि यूपी में देश में सर्वाधिक 10 करोड़ 98 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है.
अब तक 359 ओमिक्रोन के मरीज
बीते 17 दिसंबर 2021 को गाजियाबाद में 2 मरीजों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई थी. यह मरीज महाराष्ट्र से आए थे. इसके बाद 25 दिसंबर को रायबरेली की महिला में ओमिक्रोन वैरिएंट पाया गया था. यह महिला अमेरिका से आई थी. 4 जनवरी को 23 मरीज मिले थे, अब तक कुल 526 सैंपल की जांच जीन सीक्वेंसिंग की गई है. इसमें 359 ओमिक्रोन के मरीज पाए गए हैं.
आगरा में बढ़ाई गई सतर्कता
कोरोना संक्रमण ने एक बार फिर दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में रफ्तार पकड़ ली है. इसलिए आगरा में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने अपनी सतर्कता बढ़ा दी है. यही वजह है कि, दिल्ली-एनसीआर से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग स्वास्थ्य विभाग ने शुरू कर दी है. आगरा कैंट स्टेशन, ईदगाह बस स्टैंड और आईएसबीटी पर दिल्ली-एनसीआर से आने वाले लोगों की कोरोना की जांच की जा रही है.
आगरा सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि दिल्ली नोएडा और गाजियाबाद से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग करना चुनौती का काम है. अभी आगरा कैंट स्टेशन, ईदगाह बस स्टैंड और आईएसबीटी पर भी कोरोना की जांच की जा रही है. अगर, हम 24 घंटे की बात करें तो रविवार को 2373 सैंपल लिए गए. आगरा में अभी 2 ही कोरोना एक्टिव मरीज हैं. लोगों से अपील है कि वे वैक्सीनेशन कराएं.
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