लखनऊ: राजधानी में रोजाना कोरोना संक्रमितों के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है. वहीं संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा भी कम नहीं हो रहा है. मंगलवार को विभिन्न अस्पतालों में 10 कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई. मरने वालों में चार संक्रमित अन्य जिलों के हैं.
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में मंगलवार को पांच कोरोना संक्रमितों की इलाज के दौरान मौत हो गई. इनमें से लखनऊ के एलडीए कॉलोनी निवासी 60 वर्षीय पुरुष मरीज को 22 अगस्त को भर्ती किया गया था. केजीएमयू के प्रवक्ता के अनुसार रोगी को ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और बाइपोलर डिसऑर्डर की समस्या थी. 24 अगस्त को रेस्पिरेट्री फेलियर की वजह से उसकी मौत हो गई.
इसके अलावा अलीगंज के 75 वर्षीय पुरुष संक्रमित मरीज को 24 अगस्त को भर्ती किया गया था. भर्ती के समय ही मरीज की हालत काफी गंभीर थी और एक्यूट रेस्पिरेट्री डिस्ट्रेस सिंड्रोम होने की वजह से 25 अगस्त को उसकी मौत हो गई. साथ ही लखनऊ के हुसैनगंज निवासी 52 वर्षीय महिला मरीज को 23 अगस्त को भर्ती किया गया था. इलाज के दौरान 25 अगस्त की सुबह 11 बजे उसकी मौत हो गई.
कोरोना संक्रमित बस्ती जिले के सुखियावा निवासी 53 वर्षीय महिला मरीज को 20 अगस्त को भर्ती कराया गया था. मरीज को पित्त की थैली का कैंसर था. इस वजह से उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहद कमजोर थी और मल्टीप्ल ऑर्गन डिसफंक्शन सिंड्रोम होने की वजह से 25 अगस्त की सुबह 5.15 बजे उसकी मौत हो गई.
बस्ती के ही जुनिया बाजार निवासी 26 वर्षीय युवक में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद उसे 22 अगस्त की दोपहर 1.15 बजे भर्ती कराया गया था. मीडिया प्रवक्ता के अनुसार मरीज में संक्रमण पूरी तरह से फैल चुका था और 25 अगस्त को उसकी मौत हो गई.
वहीं यूपी सचिवालय के सीनियर ऑडिटर अधिकारी की भी मौत कोरोना से हो गई. वह जिला गाजीपुर के रहने वाले थे. कोरोना संक्रमित होने पर उन्हें मेयो अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसके अलावा चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय में कार्यरत एक कर्मचारी की भी संक्रमण के चलते मौत हो गई. संक्रमण की पुष्टि होने के बाद उन्हें इंटीग्रल कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हालत गंभीर होने के बाद उन्हें लोहिया संस्थान के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां पर मंगलवार को उनकी मौत हो गई.