लखनऊ: ब्लैक फंगस लगातार भयावह हो रहा है. प्रदेश में मरीजों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है. आज 100 नए मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है. वहीं इससे पीड़ित 10 रोगियों की जान चली गई. इस दौरान, दवा का संकट भी बरकरार है.
यूपी में 100 नए मरीज आने से फंगस के कुल 800 केस हो गए हैं. पिछले 24 घंटे में 10 मरीजों की और मौत होने से मृतकों की संख्या 45 हो गई है. वहीं ब्लैक फंगस की दवा का संकट बरकरार है. यहां प्रदेश भर से मरीज रेफर होकर आ रहे हैं. सरकारी व निजी अस्पतालों में दवा का संकट बरकरार है. पीजीआई, लोहिया, केजीएमयू में ब्लैक फंगस के लिए आरक्षित वार्ड में 90 फीसद बेड फुल हैं.
शहर के अस्पतालों में 269 मरीज भर्ती
लखनऊ से सटे जिलों से बड़ी संख्या में ब्लैक फंगस के मरीज आ रहे हैं. सबसे ज्यादा केजीएमयू में मरीज भर्ती किए जा रहे हैं. बीते 24 घंटे के दौरान राजधानी के अस्पतालों में 25 ब्लैक फंगस संक्रमितों को भर्ती किया गया. इलाज के दौरान पांच मरीजों ने दम तोड़ दिया. राजधानी के अस्पतालों में ब्लैक फंगस के 269 मरीज भर्ती किए जा चुके हैं. इलाज के दौरान 26 मरीज दम तोड़ चुके हैं. केजीएमयू में अब तक 170 मरीज भर्ती किए जा चुके हैं. बुधवार को 21 नए मरीज भर्ती किए गए हैं. मरीजों की जान बचाने के लिए 17 मरीजों के ऑपरेशन किए गए. ईएनटी विभाग के डॉक्टरों की टीम लगातार मरीजों के ऑपरेशन में जुटी है.
केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक चार मरीजों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है. इसमें कन्नौज निवासी 60 वर्षीय पुरुष, फर्रुखाबाद के 52 वर्षीय पुरुष, नवाबगंज के 65 वर्षीय पुरुष व लखनऊ स्थित सलेमपुर निवासी 47 वर्षीय पुरुष ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है.
वहीं लोहिया संस्थान में एक नया मरीज भर्ती कराया गया है. अब तक यहां 21 मरीज भर्ती किए जा चुके हैं, जबकि एक मरीज ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. पीजीआई में तीन नए मरीज भर्ती किए गए हैं. एक मरीज का ऑपरेशन किया गया है. अब तक पीजीआई में 31 मरीज भर्ती किए जा चुके हैं.